
कमर जावेद बाजवा (Photo - ANI)
2019 में पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में भारत ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक करते हुए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था। भारत की एयरस्ट्राइक में बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए थे। पाकिस्तान ने इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताते हुए जवाबी कार्रवाई की, जिसमें एक भारतीय मिग-21 विमान को निशाना बनाते हुए गिरा दिया गया और पायलट अभिनंदन वर्धमान को पकड़ लिया गया। इस पूरे मामले के दौरान पाकिस्तान के तत्कालीन आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा की भूमिका विवादास्पद रही। लेकिन अब पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की रिपोर्ट ने बाजवा को राहत दी है।
पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने सोमवार को एक रिपोर्ट में बालाकोट में भारतीय एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी प्रतिक्रिया के लिए बाजवा की योजना को पूरी तरह समर्थन दिया है। हालांकि उस समय बाजवा की योजना पर कई सवाल उठाए गए थे।
बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की योजना बनाई थी। इस दौरान बाजवा ने मिसाइल हमलों की तैयारी का आदेश दिया था, लेकिन अंतिम फैसला एनएससी पर छोड़ा गया। एनएससी की मीटिंग में बाजवा की योजना को ग्रीन सिग्नल दे दिया गया। हालांकि अभिनंदन को पकड़ने के बाद तनाव बढ़ गया था और ग्लोबल प्रेशर के चलते और भारत के हमला करने की आशंका के डर से पाकिस्तान को अभिनंदन को छोड़ना पड़ा था। ऐसे में बाजवा की अपने ही देश में आलोचना हुई थी और सवाल उठाए गए कि क्या भारत के डर से पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई नहीं की? लेकिन अब एनएससी की रिपोर्ट से साफ हो गया है कि बाजवा उस समय जवाबी कार्रवाई चाहते थे, लेकिन बाद में ऐसा नहीं किया गया।
Updated on:
11 Nov 2025 12:52 pm
Published on:
11 Nov 2025 12:50 pm
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