आज शाम 5 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करने वाले हैं। ये संबोधन ऐसे समय पर हो रहा है जब देश में शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होने वाली है और कल से नया जीएसटी ढांचा लागू होने जा रहा है। सरकार ने जीएसटी यानी गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स में बड़े बदलाव किए हैं, जिसे “जीएसटी 2.0” कहा जा रहा है। इन बदलावों का मकसद है टैक्स को और आसान बनाना, आम लोगों की जेब पर बोझ कम करना और देश की अर्थव्यवस्था को गति देना है।
दरअसल अब तक जीएसटी के चार स्लैब थे – 5%, 12%, 18% और 28%। लेकिन नए नियमों के तहत अब सिर्फ दो टैक्स स्लैब होंगे – 5% और 18%। सरकार ने 12% टैक्स स्लैब को पूरी तरह से हटा दिया है और 99% चीजें जो पहले 12% टैक्स में आती थीं, उन्हें 5% के स्लैब में डाल दिया गया है। वहीं, जो चीजें 28% के दायरे में थीं, उनमें से 90% को अब 18% के स्लैब में रखा गया है। हालांकि, तंबाकू जैसे “सिन गुड्स” और लग्जरी आइटम पर 40% का स्पेशल टैक्स लगाया गया है।
इससे पहले ही प्रधानमंत्री 15 अगस्त को दिये अपने भाषण में कह चुके हैं कि ये टैक्स रिफॉर्म देशवासियों के लिए “अगली पीढ़ी का जीएसटी” होगा और इसे उन्होंने “दीवाली का तोहफा” बताया था। उनका कहना था कि ये सुधार आम आदमी की जिंदगी को आसान बनाएंगे और कारोबार को मजबूती देंगे। इसके अलावा, हाल ही में अमेरिका में H-1B वीज़ा फीस बढ़ाने की चर्चा के बीच, प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत पर ज़ोर देते हुए कहा कि भारत का सबसे बड़ा दुश्मन कोई देश नहीं, बल्कि हमारी विदेशों पर निर्भरता है। गुजरात के भावनगर में उन्होंने कहा, कि “हमारा सबसे बड़ा शत्रु हमारी विदेशी निर्भरता है। जब तक हम दूसरों पर निर्भर रहेंगे, हमारी आत्मनिर्भरता और आत्म-सम्मान पर चोट पहुंचती रहेगी। 140 करोड़ भारतीयों का भविष्य दूसरों के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता।”
बता दें कि आज सुबह प्रधानमंत्री ने महालया के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने
एक्स पर लिखा –
“शुभो महालया! जैसे-जैसे दुर्गा पूजा के पावन दिन नज़दीक आ रहे हैं, मां दुर्गा की कृपा से सबके जीवन में सुख, शक्ति और स्वास्थ्य का प्रकाश फैले।”
ऐसे में अब सबकी निगाहें आज शाम 5 बजे प्रधानमंत्री के संबोधन पर हैं, जिसमें वो नए जीएसटी सुधारों और दिवाली से पहले किसी विशेष मुद्दे पर विस्तार से बात कर सकते हैं।