
नरेश सालवी की फोटो: पत्रिका
Social Media Influencer Inspirational Story: उदयपुर शहर के तितरड़ी इलाके में रहने वाले नरेश सालवी ने यह साबित कर दिया है कि जुनून और जिम्मेदारी दोनों को साथ लेकर चला जा सकता है। दिनभर पिता की मेडिकल शॉप पर हाथ बंटाने वाले नरेश शाम ढलते ही अपने सपनों की दुनिया में लौट आते हैं।
कॉमेडी वीडियो बनाने की दुनिया, जिसने उन्हें आज शहर में एक नई पहचान दिलाई है। नरेश सालवी आज उन युवाओं के लिए प्रेरणा हैं जो यह मानते हैं कि जिम्मेदारियों के बीच सपनों को पनपने का मौका नहीं मिलता। वह साबित करते हैं, अगर जुनून सच्चा हो, तो काम और शौक दोनों का सफर खूबसूरती से साथ चल सकता है।
नरेश के पिता शांतिलाल सालवी की मेडिकल दुकान है, जिसे चलाने में नरेश पूरा सहयोग करते हैं। घर-परिवार की जिम्मेदारियां निभाने में वह कभी पीछे नहीं हटते। सुबह से दोपहर तक मेडिकल शॉप की भागदौड़, ग्राहकों की जरूरतों को समझना, घर के छोटे-बड़े काम सब कुछ वे पूरी संजीदगी से करते हैं। लेकिन जैसे ही शाम होते ही नरेश अपनी दूसरी दुनिया में कदम रखते हैं। कॉमेडी कंटेंट क्रिएशन की दुनिया में।
शुरुआत में नरेश के वीडियो पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं आती थी, पर उन्होंने हार नहीं मानी। कंटेंट को बेहतर किया, धैर्य रखा और निरंतरता बनाए रखी। आज उनकी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर ढाई लाख फॉलोअर्स हैं और शहर में लोग उन्हें पहचानने लगे हैं। उनकी कॉमेडी लोगों को अपनी जिंदगी की छोटी-छोटी परेशानियों पर मुस्कुराना सिखाती है।
नरेश की दिनचर्या आज भी पूरी तरह संतुलित है। दिन में परिवार और व्यापार को प्राथमिकता, शाम को पैशन और रात में वीडियो एडिटिंग। खुद ही वीडियो शूट करते हैं, एडिट करते हैं और सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं।
उनका मानना है कि जिंदगी में काम और शौक दोनों का संतुलन बेहद जरूरी है। नरेश का कहना है कि कॉमेडी के जरिए आम आदमी की जिंदगी को करीब से समझ रहा हूं। इससे संवेदनाएं भी बढ़ती हैं और मन भी खुश रहता है।
कोविड में जब हर कोई अपने तरीके से समय गुजार रहा था, तब नरेश भी कई युवाओं की तरह सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करने लगे। शुरू में यह सिर्फ एक शौक था, पर धीरे-धीरे उन्होंने महसूस किया कि वीडियो बनाने की कला भीतर से खुश करती है। पढ़ाई में ज्यादा मन नहीं लगा, पर रचनात्मकता में अपनी राह मिल गई।
पहला कॉमेडी वीडियो बनाकर उन्होंने सोशल मीडिया पर डाला और लोगों के चेहरे पर मुस्कान देख नरेश का आत्मविश्वास बढ़ गया। धीरे-धीरे दोस्तों की टीम तैयार की। अब पांच से सात दोस्त हर शाम साथ निकलते हैं। रोजमर्रा की जिंदगी के किस्से और आम आदमी की स्थिति को हंसी में पिरोकर वीडियो शूट करते हैं।
नरेश के लिए असली खुशी तब आई जब पहली बार सोशल मीडिया से उन्हें 50 हजार रुपए की आमदनी हुई। इस कमाई से उन्होंने खुद के लिए नया मोबाइल खरीदा। यह पल सिर्फ उनके लिए नहीं, परिवार के लिए भी गर्व का था। माता-पिता को भी भरोसा हुआ कि बेटा सही दिशा में मेहनत कर रहा है। इसके बाद उनकी आमदनी धीरे-धीरे नियमित होने लगी और नरेश का आत्मविश्वास नई ऊंचाइयों तक पहुंच गया।
पूरा इंटरव्यू आप आज 95 एफएम तड़का पर आरजे अर्पित के साथ उदयपुर लोकल शो के ’द इंलुएंशल आवर’ में सुन सकते हैं।
Updated on:
29 Nov 2025 02:34 pm
Published on:
29 Nov 2025 02:29 pm
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