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Rajasthan: सरकारी मेल नर्स घर में चला रहा था अवैध अस्पताल, छापे में मिली लाखों की सरकारी दवाइयां

Udaipur News: सीएमएचओ डॉ. आदित्य ने बताया कि सूचना मिली कि एक सरकारी मेल नर्स अपने घर में निजी क्लिनिक चला रहा है। टीम के साथ मेल नर्स जसराज सोलंकी के घर पर छापा मारा, वहां पर पूरा अस्पताल तैयार मिला।

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Udaipur Hospital

मेल नर्स व कार्रवाई करती हुई टीम (फोटो-पत्रिका)

उदयपुर। जिले के सायरा क्षेत्र में सरकारी मेल नर्स के घर में अवैध क्लिनिक चलाने का मामला सामने आया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक आदित्य की टीम ने छापा मारकर क्लिनिक में गंभीर अनियमितता, सरकारी दवाओं के जखीरे और अस्पताल जैसे पूरे सेटअप का खुलासा किया।

मौके से एक लाख से ज्यादा की सरकारी व दो लाख कीमत की प्राइवेट दवाइयां व उपकरण बरामद हुए हैं। सीएमएचओ ने क्लिनिक को सीज करने के साथ ही मेल नर्स जसराज सोलंकी को एपीओ कर दिया। मामले में लापरवाही व मॉनटरिंग नहीं करने पर सीएमएचओ ने अस्पताल इंचार्ज डॉ. निर्मला दाहिमा को इंचार्जशिप से हटा दिया।

घर के अंदर अस्पताल का खुलासा

सीएमएचओ डॉ. आदित्य ने बताया कि सूचना मिली कि एक सरकारी मेल नर्स अपने घर में निजी क्लिनिक चला रहा है। टीम के साथ मेल नर्स जसराज सोलंकी के घर पर छापा मारा तो वहां पर पूरा अस्पताल तैयार मिला। वहां बेड लगे थे, इंजेक्शन काउंटर, ड्रेसिंग रूम, कंसल्टेशन चैम्बर तक अलग से बना था। सीएमएचओ ने गोगुंदा बीसीएमओ को नियमानुसार मेल नर्स के विरुद्ध अग्रिम कार्रवाई के निर्देश दिए। कार्रवाई के दौरान डिप्टी सीएमएचओ डॉ. विक्रमसिंह, डॉ.मोहन सिंह धाकड़ आदि मौजूद थे।

लाखों की सरकारी दवाइयां मिली

मौके पर जांच में भारी मात्रा में सरकारी अस्पतालों की दवाइयां, कॉटन, बैंडेज, साबुन, सर्जिकल लिक्विड, पोविडोन आयोडिन, इनहेलर सहित कई प्रकार की सामग्री मिली। इनकी कीमत करीब एक लाख रुपए बताई है। टीम ने मौके से करीब दो लाख रुपए की निजी दवाइयां भी जब्त की।

कई साल से चल रही थी प्रैक्टिस

सादड़ी (पाली) निवासी जसराज सोलंकी सायरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 25 वर्षों से मेल नर्स के पद पर कार्यरत है। आरोप है कि वह वर्षों से घर में क्लिनिक चला रहा था और सरकारी दवाओं का दुरुपयोग कर मरीजों का इलाज करता था। मौके पर मिली सरकारी दवाइयों के बारे में पूछताछ में उसने बताया कि कुछ दवाएं एक्सपायरी थी, जिन्हें वह अस्पताल से निकालकर घर पर ले आया, लेकिन जांच में एक भी दवा एक्सपायरी नहीं मिली।


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