5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

CG Liquor Scam: 3200 करोड़ शराब घोटाला! अनवर की जमानत पर सुनवाई आज, पिछली दो याचिकाएँ खारिज…

CG Liquor Scam: शराब घोटाले में अनवर ढेबर के जमानत आवेदन पर 17 को सुनवाई होगी। बचाव और अभियोजन पक्ष के तर्क सुनने के बाद ईओडब्ल्यू के विशेष न्यायाधीश अपना फैसला देंगे।

less than 1 minute read
Google source verification
CG Liquor Scam: 3200 करोड़ शराब घोटाला! अनवर की जमानत पर सुनवाई आज, पिछली दो याचिकाएँ खारिज...(photo-patrika)

CG Liquor Scam: 3200 करोड़ शराब घोटाला! अनवर की जमानत पर सुनवाई आज, पिछली दो याचिकाएँ खारिज...(photo-patrika)

CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ के रायपुर प्रदेश में हुए 3200 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में अनवर ढेबर के जमानत आवेदन पर 17 को सुनवाई होगी। बचाव और अभियोजन पक्ष के तर्क सुनने के बाद ईओडब्ल्यू के विशेष न्यायाधीश अपना फैसला देंगे। जमानत आवेदन में अनवर की ओर से शराब घोटाले में ईओडब्ल्यू और ईडी के प्रकरण में लंबे समय से जेल भेजे जाने, नियमित जमानत दिए जाने पर जांच में सहयोग करने और नियमानुसार पैरोल पर जमानत दिए जाने का हवाला दिया गया है।

साथ ही बताया गया है कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान पैरोल अवधि में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। जमानत दिए जाने पर वह सभी शर्तो का पालन करेंगे। बता दें कि रायपुर के विचारण कोर्ट और हाईकोर्ट में पहले ही जमानत आवेदन निरस्त हो चुका है। अनवर की ओर से दूसरी बार रायपुर के विशेष न्यायाधीश की अदालत में जमानत आवेदन पेश किया गया है।

CG Liquor Scam: कोयला घोटाले में जयचंद को 28 तक भेजा जेल

कोयला घोटाले में निलंबित राज्य सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया (जमानत पर) के निज सचिव जयचंद कोसले को 28 तक न्यायिक रिमांड बढ़ाई गई है। विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किए जाने पर ईओडब्ल्यू की ओर से बताया गया कि इस समय प्रकरण की जांच चल रही है। निज सहायक के पद पर पदस्थ रहते हुए 50 करोड़ रुपए से ज्यादा की वसूली की गई।

जयचंद को 22 सितंबर को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद जेल भेजा गया है। सीएम हाउस में पदस्थ तत्कालीन सचिव सौम्या ने नगर निगम के छोटे से कर्मचारी जयचंद को अपना निज सहायक बनाया। उसे शासकीय वाहन उपलब्ध कराया, जबकि इसकी पात्रता नहीं थी। कोयला घोटाले में संलिप्तता मिलने पर अब तक मिले इनपुट के आधार पर प्रकरण की जांच की जा रही है।