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अधिक बिलों से परेशान उपभोक्ता काट रहे विद्युत विभाग के चक्कर, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर हो रही अवैध वसूली

उपभोक्ताओं का आरोप है कि खपत कम होने के बावजूद मनमाने तरीके से बिल भेजे जा रहे हैं और शिकायत दर्ज कराने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही।

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बिजली कंपनी दफ्तर

शहर में विद्युत विभाग की मनमानी और लापरवाही से आम उपभोक्ता इन दिनों भारी परेशानी झेल रहे हैं। बिजली के अधिक बिल आने के कारण उपभोक्ताओं को बार-बार विभाग के कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, लेकिन वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। उपभोक्ताओं का आरोप है कि खपत कम होने के बावजूद मनमाने तरीके से बिल भेजे जा रहे हैं और शिकायत दर्ज कराने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही।

अवैध वसूली से उपभोक्ता परेशान

बजरंग नगर निवासी गीता सिंह ने बताया कि नवंबर माह में 2 तारीख को उनके घर का बिजली बिल 4360 रुपए आया। बिल जमा करने की अंतिम तारीख 12 नवंबर थी, लेकिन बिल का रिमाइंडर मैसेज न मिलने के कारण उन्होंने समय पर बिल जमा नहीं किया। 25 नवंबर को उनकी बिजली काट दी गई। उपभोक्ता ने ऑनलाइन पेमेंट का विकल्प चुना, तो लेट फीस 55 रुपए जोडकऱ बिल बन गया, लेकिन ऑनलाइन गेटवे पर 4755 रुपए का भुगतान विकल्प दिखाई दिया। इस तरह 430 रुपए की अवैध वसूली कर ली गई।

उपभोक्ता परेशान, शिकायतों का कोई समाधान नहीं

मईयादीन रजक ने बताया कि उनके घर का बिल 1200 से 1300 रुपए आ रहा है, जबकि बिजली खपत बहुत कम है। उन्होंने कई बार विद्युत विभाग कार्यालय आकर सुधार की मांग की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि मजदूरी करके जीवन चला रहे हैं और अपना काम छोडकऱ यहां आए थे, फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसी तरह, सुरेंद्र कुशवाहा भी अपने बिजली बिल में सुधार कराने के लिए कई दिनों से विभाग के चक्कर काट रहे हैं। शिकायत के बावजूद उनके बिल में सुधार नहीं हुआ।

उपभोक्ताओं का आरोप- अधिकारी और कर्मचारी उदासीन

उपभोक्ताओं का कहना है कि विभाग की लापरवाही से हर उपभोक्ता परेशान है। वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे उपभोक्ताओं की समस्याएं लंबित पड़ी हुई हैं और उनका समय व्यर्थ जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि विद्युत विभाग के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग करके यह अवैध वसूली हो रही है। विभाग को चाहिए कि वह उपभोक्ताओं की समस्याओं पर शीघ्र सुनवाई करे और बिलिंग प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करे, ताकि उपभोक्ताओं का समय और धन दोनों बर्बाद न हो।

इनका कहना है

विभाग ने बिल जमा करने का पूरा सिस्टम ऑनलाइन है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ही बिल जमा कराया जा रहा है। उपभोक्ता का अधिभार कटने जैसी कोई समस्या नहीं है। कोई विशेष मामला है तो मैं दिखवाता हूं। बिजली बिल आने की समस्या के समाधान के लिए हर महीने शिविर लगाए जा रहे हैं।सूर्यभान सिंह गौड़, एसई