
Fog Driving Tips (Image: Freepik)
Fog Driving Tips in Hindi: उत्तर भारत में गुलाबी ठंड ने अब कड़ाके की सर्दी की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया है। शादियों का सीजन अपने चरम पर है। बारात से लौटना हो या किसी फंक्शन से वापस आना, इन दिनों हाईवे पर देर रात तक गाड़ियों की आवाजाही लगी रहती है। भले ही अभी सड़कों पर घना कोहरा (Fog) नजर न आ रहा हो, लेकिन मौसम का मिजाज बदलेगा और जैसे-जैसे कोहरा तेजी से बढ़ेगा दिन हो या रात विजिबिलिटी कम हो जाएगी।
ऐसे में, अगर आप अपनी नई कार की 'प्रीमियम व्हाइट लाइट' या बाजार से लगवाई गई तेज रोशनी के भरोसे बैठे हैं तो आपको अभी से सतर्क होने की जरूरत है। आइए समझते हैं कि आने वाले कोहरे से निपटने के लिए आपको क्या जानना जरूरी है।
अक्सर हमें लगता है कि तेज सफेद रोशनी (White LED) में सब साफ दिखेगा, लेकिन कोहरे में ठीक उल्टा होता है। यह रोशनी सड़क पर जाने के बजाय कोहरे से टकराकर बिखर जाती है और आपकी आंखों के सामने एक 'सफेद दीवार' बना देती है। नतीजा यह होता है कि, रास्ता दिखना बंद हो जाता है।
चाहे आपकी कार नई हो (जैसे Creta या XUV700) या आपने बाजार से लाइट लगवाई हो, कोहरे में सफेद रोशनी का यह खतरा सबके लिए एक जैसा है।
अक्सर ड्राइवरों को लगता है कि 'रोशनी जितनी सफेद और तेज होगी, उतना साफ दिखेगा।' लेकिन कोहरे में साइंस का नियम बदल जाता है।
नई गाड़ियों की 'प्रीमियम लाइट्स' (OEM Lights): आजकल कंपनियां प्रीमियम लुक के लिए गाड़ियों में White LEDs (6000 Kelvin) दे रही हैं। नो डाउट, इनका फोकस बहुत अच्छा होता है। लेकिन समस्या 'क्वालिटी' नहीं, 'कलर' है।
क्या कहता है साइंस: कोहरा पानी की महीन बूंदें होती हैं। सफेद रोशनी इन बूंदों से टकराकर बिखर जाती है और पलटकर ड्राइवर की आंखों में लगती है। इसे 'Glare' या चकाचौंध कहते हैं। यानी, नई गाड़ी होने के बावजूद कोहरे में आपको सामने 'सफेद पर्दा' नजर आ सकता है।
आफ्टरमार्केट का खतरा: असली मुसीबत वहां शुरू होती है, जब लोग शौक-शौक में अपनी गाड़ी की कंपनी वाली पीली (हैलोजन) लाइट हटवाकर बाजार से सस्ती और तेज चमकदार LED लगवा लेते हैं।
अगर आप कोहरे में फंस जाएं, तो इन 5 रोड सेफ्टी नियमों को अपने दिमाग में लॉक कर लें।
1. हाई-बीम का इस्तेमाल न करें
चाहे आपकी गाड़ी में कंपनी की लाइट हो या बाहर की, कोहरे में कभी भी 'हाई-बीम' न जलाएं। हाई-बीम रोशनी को ऊपर फेंकता है जो कोहरे से टकराकर वापस आपकी आंखों में आती है। हमेशा 'Low Beam' पर चलें। यह सड़क की सतह को पकड़कर चलती है जिससे डिवाइडर और गड्ढे साफ दिखते हैं।
2. Hazard Lights का गलत इस्तेमाल न करें
यह भारतीय हाईवे पर एक्सीडेंट का सबसे बड़ा कारण है। धुंध देखते ही लोग चारों इंडिकेटर (Hazard Lights) जला लेते हैं।
3. डिफॉगर और फ्रेश एयर
कोहरे में हम ठंड के मारे शीशे पैक कर लेते हैं, जिससे अंदर भाप जम जाती है और बाहर का दिखना पूरी तरह बंद हो जाता है। ऐसे में गाड़ी का Defogger बटन तुरंत दबाएं। अगर डिफॉगर नहीं है तो AC चलाएं और हवा का रुख विंडशील्ड (कांच) की तरफ कर दें। यह सेकेंडों में विजिबिलिटी लौटा देगा।
यह उन लोगों के लिए सबसे काम की टिप है जिनकी गाड़ी में सिर्फ सफेद लाइट्स हैं।
5. सड़क की पट्टियों को देखें (Lane Markings): जब घना कोहरा हो और कुछ न दिखे तो सामने देखने की कोशिश न करें। अपनी नजरें सड़क पर बनी सफेद या पीली पट्टियों पर टिका दें। उसी लाइन के सहारे धीरे-धीरे गाड़ी आगे बढ़ाएं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी और सड़क सुरक्षा जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसकी जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स और ऑटोमोबाइल विशेषज्ञों की राय पर आधारित है। कार में कोई भी तकनीकी बदलाव (जैसे हेडलाइट्स बदलना या फिल्म लगवाना) करने से पहले वाहन निर्माता (Car Manufacturer) या अधिकृत विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें, क्योंकि इससे गाड़ी की वारंटी प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा, आफ्टरमार्केट लाइट्स से जुड़े नियम अलग-अलग राज्यों (RTO) में भिन्न हो सकते हैं। लेखक या प्रकाशक किसी भी तरह के चालान, वाहन के नुकसान या सड़क दुर्घटना के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। ड्राइविंग करते समय हमेशा अपनी सूझबूझ और यातायात नियमों का पालन करें।
Updated on:
30 Nov 2025 11:21 am
Published on:
30 Nov 2025 10:44 am
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