इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने करीबी दोस्त अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ठेंगा दिखाया है। दरअसल, इजरायल ने गाजा पर एक बार फिर हवाई हमले किए है। इसके साथ ही इजरायल और हमास के बीच चल रहा सीजफायर टूट गया है। इजरायली हमलों में करीब 26 लोगों की जान चली गई। गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने हवाई हमले की जानकारी दी है। हमले से पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास पर युद्ध विराम के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए गाजा पर शक्तिशाली हमले करने का आदेश दिया था। इजरायल का आरोप है कि हमास के आतंकवादियों ने पहले गाजा में तैनात उसके सैनिकों पर हमला किया। इसके जवाब में इजरायल ने ये कार्रवाई की है।
इजराइल की ओर से किए गए हवाई हमलों ने गाजा सिटी, खान यूनिस, बेत लहिया और अल-बुरैज जैसे घनी आबादी वाले इलाकों को निशाना बनाया। गाजा के अस्पतालों के मुताबिक,मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। गाजा सिटी के साबरा इलाके में एक मकान पर बमबारी में तीन महिलाओं सहित चार लोगों की मौत हुई। मध्य गाजा पट्टी में ब्यूरिज शरणार्थी शिविर में एक घर में पांच लोग, गाजा शहर के सबरा पड़ोस में एक इमारत में चार लोग और खान यूनिस में एक कार में पांच लोग मारे गए हैं। आपको बता दें, अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता के बाद इजरायल और हमास सीजफायर के लिए राजी हुए थे। दोनों के बीच 10 अक्टूबर को युद्ध विराम हुआ था। लेकिन 18 दिन बाद ही ये सीजफायर टूटता हुआ नजर आ रहा है। ऐसे में सवाल ये कि दो साल की मेहनत के बाद हुआ राष्ट्रपति ट्रंप का शांति समझौता क्यों सफल नहीं हुआ।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल ने गाजा में हमले करने के अपने फैसले के बारे में अमरीका को सूचित कर दिया था। एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि हमास के आतंकवादियों ने पहले इजरायली बलों पर हमला किया था। राफा क्षेत्र में तैनात इजरायली सैनिकों पर रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) से हमला हुआ था। इससे पहले नेतन्याहू ने हमास पर ये भी आरोप लगाया है कि युद्धविराम समझौते के तहत हमास ने जो शव लौटाया.. वो गलत है। नेतन्याहू ने इसे समझौते का साफ उल्लंघन बताया। समझौते में हमास को सभी इजराइली बंधकों के शव जल्द से जल्द लौटाने थे। नेतन्याहू ने इसे संघर्ष विराम समझौते का स्पष्ट उल्लंघन बताया था। इस बीच हमास ने इजरायल के हमलों की निंदा करते हुए इजरायली सैनिकों पर हमले की जिम्मेदारी से इनकार किया है। हमास ने संघर्ष विराम बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई है। मगर, नेतन्याहू अब अन्य विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। इजराइली मीडिया के मुताबिक, नेतन्याहू अन्य विकल्पों जैसे गाजा में मानवीय मदद रोकना, कब्जा बढ़ाना या हमास नेताओं पर हवाई हमले पर भी विचार कर रहे हैं।