9.90 लाख के टेंडर में खेल! फिर भी सडक़ों पर मौत बनकर घुम रहे गोवंश
चौमूं.
इसे नगर परिषद की लापरवाही कहें या फिर अनदेखी। करीब एक साल पहले 9.90 लाख हुए टेंडर के बावजूद चौमूं शहर में निराश्रित गोवंश आमजन की मौत बनकर घुम रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार प्रशासन सोया हुआ नजर आ रहा है। लोगों को संदेह है कि कही टेंडर में खेल तो नहीं चल रहा है। स्थिति यह है कि बढ़ते गोवंश चलते राहगीर के टक्कर मार रहे है तो खड़े वाहनों को नुकसान भी पहुंचा रहे है। गुरुवार शाम को तो दो सांड़ शहर की घनी आबादी एवं मुख्य मार्ग शहर की पारीक कॉलेज के सामने झगड़ते रहे और फिर एक सांड कपड़े की दुकान में घुस गया। गनीमत रही कि दुकानदार ने भागकर अपनी जान बचा ली। उस दौरान ग्राहक नहीं थे, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। सांड की वजह से दुकान में काउंटर व शीशे टूट गए। लोगों ने बड़ी मशक्कत के बाद सांड को दुकान से बाहर निकाला।
रेडीमेट व्यापार मंडल उपाध्यक्ष एवं दुकानदार राजकुमार कुमावत ने बताया कि शाम को सडक़ पर दो सांड़झगड़ रहे थे। तभी एक सांड भागकर उनकी दुकान में घुस गया। उसने जान बचाते हुए भागकर बाहर आए। उन्होंने बताया कि थोड़ी देर पहले काफी संख्या में ग्राहक थे। घटना के दौरान ग्राहक नहीं होने से बड़ा हादसा टल गया। दुकान में सांड के घुसने से काउंटर, शीशे वगैरह टूटने से करीब 20 हजार रुपए का नुकसान हो गया। (कासं.)
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टेंडर में कोई खेल तो नहीं…दुकानदारों में रहा आक्रोश
घटना के बाद एकत्र हुए अन्य दुकानदारों ने नगर परिषद के खिलाफ आक्रोश जताया और निराश्रित गोवंश को पकड़वाने की मांग की। लोगों कहना था कि नगर परिषद ने जब टेंडर कर रखा है तो फिरभ्भी गोवंश सडक़ों पर घुम रहा है। उनका कहना था कि टेंडर में कोई खेल तो नहीं हो रहा है। उन्होंने गोवंश को पकड़वाने की मांग की है।
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इनका कहना है—
गोवंश को पकड़वाने को लेकर टेंडर कर रखा है। गोवंश को पकडऩे में तेजी लाने को लेकर पाबंद किया जाएगा।
—-दिलीप कुमार, आयुक्त, नगर परिषद चौमूं।