
DGP conference .... अधिकारियों की कॉन्फ्रेंस में देश के खान-पान का मिलन
कहते हैं दिल का रास्ता पेट से होकर गुजरता है और राजधानी के बड़े होटल इस कहावत को डीजीपी कॉन्फ्रेंस के लिए पूरी गंभीरता से निभा रहे हैं। कॉन्फ्रेंस में देशभर से आए अफसरों की पसंद का ख्याल रखते हुए शहर के स्टार होटलों में जायके के लिए वीआईपी मेन्यू तैयार किया गया है। इसमें देशभर के राज्यों के व्यंजनों की खुशबू बिखर रही है।
छत्तीसगढ़ी पकवान के साथ गुजराती, राजस्थानी, यूपी, बिहार, पंजाबी, महाराष्ट्रीयन और साउथ इंडियन व्यंजनों की खुशबू होटलों में बिखर रही है। होटल प्रबंधनों ने वीवीआईपी सम्मेलन के लिए इंडियन क्यूजीन एक्सपर्ट तैनात किए हैं, ताकि हर राज्य के मेहमानों को उनकी पसंद का स्वाद मिल सके। होटल मैनेजरों के मुताबिक जब भी कोई बड़ा इवेंट होता है, अलग-अलग प्रदेशों से आने वाले अतिथियों को अपने राज्य के भोजन की कमी न महसूस हो, इसके लिए पहले से मेन्यू तैयार कर उनकी पसंद के अनुसार पकवान बनाए जाते हैं। चूंकि इस समारोह में प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सहित देशभर के डीजीपी, खुफिया विभाग के आला अधिकारी पहुंच चुके हैं। इसलिए उनके लिए वीआईपी मेन्यू भी तैयार किया गया है।
तेलीबांधा स्थित होटल के मैनेजर ने बताया कि मेहमानों को मेन्यू भेजकर उनकी मार्किंग ली जाती है और उसी के अनुसार व्यंजन तैयार होते हैं। वहीं, लाभांडी स्थित होटल के मैनेजर ने कहा कि दूसरे राज्यों से आने वाले मेहमानों में स्थानीय खाने को लेकर जिज्ञासा रहती है, इसलिए छत्तीसगढ़ी पकवान को हमेशा प्राथमिकता दी जाती है। इसमें डुबकी कढ़ी, जिमिकंद, लाल भाजी, पालक भाजी और टमाटर की चटनी शामिल है। चौसीला, फरा नाश्ते के रूप में तैयार रहेगा। छत्तीसगढ़ में 50 से अधिक भाजियां देशभर में प्रसिद्ध हैं। यह भाजियां भी अफसरों की थालियों में विशेष रूप से शोभा बढ़ाएंगी।
वीआईपी चौक स्थित होटल के मैनेजर ने बताया कि वीवीआईपी के दौरे के दौरान उनकी पसंद-नापसंद का विशेष ख्याल रखा जाता है। इसके लिए विशेष टीम तैनात की जाती है। डीजी कांफ्रेंस के कई अधिकारी वीआईपी रोड स्थित होटल में भी रुके हैं। उनकी पसंद के पकवान बनाए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक कुछ राज्यों के चुनिंदा आला अधिकारियों के लिए उनके शेफ भी पहुंचे हैं। उन्हें पकवान बनाने के लिए रखा गया है, वहीं शहर के बड़े होटलों व रिसोर्ट में राष्ट्रीय संस्थानों से पासआउट शेफ कार्यरत हैं।
कॉन्फ्रेंस के लिए राज्य पुलिस के स्पेशल 18 अफसरों की टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें सुरक्षा से लेकर खानपान, ट्रैफिक, आवागमन के लिए वाहन और अन्य व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, सम्मेलन में शामिल होेने पहुंचे डीजी-आईजी और उनके साथ पहुंचे अमले के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। साथ ही प्रत्येक आंगतुकों के लिए डीएसपी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें आंगतुकों का विशेष ध्यान रखने कहा गया है। इसके लिए तीन पालियों में 24 घंटे की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
Updated on:
29 Nov 2025 12:44 am
Published on:
29 Nov 2025 12:43 am
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