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थाने जाने का झंझट खत्म एप के जरिए दो सूचना, लोकेशन पर पहुंचेगी पुलिस

मोबाइल धारक चाहे महिला हो या पुरुष, छात्र हो या फिर छात्रा बस अपने मोबाइल में राजकॉप ऐप डालनलोड कर लीजिए। यौन उत्पीडऩ और ङ्क्षहसा सहित किसी भी परेशानी में घिर जाए तो सिर्फ राजकॉप पर सूचना दे दीजिए। इतना करते ही पुलिस आपकी लोकेशन के आधार पर दस्तक देकर आपकी सहायता में जुट जाएगी।

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थाने जाने का झंझट खत्म एप के जरिए दो सूचना, लोकेशन पर पहुंचेगी पुलिस

पुलिस अधीक्षक कार्यालय

बूंदी. मोबाइल धारक चाहे महिला हो या पुरुष, छात्र हो या फिर छात्रा बस अपने मोबाइल में राजकॉप ऐप डालनलोड कर लीजिए। यौन उत्पीडऩ और ङ्क्षहसा सहित किसी भी परेशानी में घिर जाए तो सिर्फ राजकॉप पर सूचना दे दीजिए। इतना करते ही पुलिस आपकी लोकेशन के आधार पर दस्तक देकर आपकी सहायता में जुट जाएगी।

जिला पुलिस की कालिका यूनिट प्रतिदिन महाविद्यालय के आस पास छात्राओं को एप के प्रति जागरूक कर एप डाउनलोड करवा रही है, जिससे छात्राओं को भी सुरक्षा महसूस होने लगी है। वैसे तो इस ऐप को प्रदेश के करीब 20 लाख अधिक लोगों ने डाउनलोड कर रखा है, लेकिन जानकारी के अभाव में इसका उपयोग कम हो पा रहा है। सडक़ पर मारपीट, लूट या किसी भी तरह की हिंसा के शिकार लोग अक्सर पुलिस थानों के चक्कर लगाते हैं और कई बार सुनवाई नहीं होने की शिकायत भी करते हैं। जबकि जानकारी के अभाव में वह यह नहीं जानते कि उनके मोबाइल में ही पुलिस मौजूद है।

राजकॉप सिटीजन ऐप डाउनलोड कर ङ्क्षहसा के शिकार होने पर कुछ ही मिनटों में पुलिस को मौके पर बुलाया जा सकता है। ऐप में कई उपयोगी सेवाएं उपलब्ध हैं, जिनसे लोग पुलिस स्टेशन गए बिना ही कई कार्य कर सकते हैं। डीजीपी राजीव कुमार शर्मा ने पदभार ग्रहण करते ही पुलिस की इंटरनेट सर्विस की गति बढ़ाने और रेस्पॉन्स टाइम कम करने के दिशा-निर्देश दिए थे।
पुलिस की मदद ऐसे लें
राजकॉप सिटीजन ऐप डाउनलोड करने के बाद इसे ओपन करें। सबसे ऊपर नीड हेल्प का ऑप्शन आता है। उसे क्लिक करके ओके करते ही आपकी लोकेशन पुलिस की स्क्रीन पर पहुंच जाती है। स्लाइड टू कंटीन्यू करने पर दो विकल्प मिलते हैं। यौन उत्पीडऩ या ङ्क्षहसा। अपने साथ हो रही घटना को चिन्हित कर सबमिट करें। कुछ ही क्षण में पुलिस का फोन आएगा। जानकारी लेकर टीम को मौके पर भेज दिया जाएगा। यदि मोबाइल चोरी, लूट या गुम हो जाए और उसमें बैंक या ऑनलाइन पेमेंट से संबंधित जानकारी हो, तब भी थाना या बैंक जाने की जरूरत नहीं। ऐप में मोबाइल ब्लॉक कराने का विकल्प है। आवश्यक जानकारी भरने पर मोबाइल सिम ब्लॉक हो जाएगी। मोबाइल मिलने पर इसी
ऐप से अनब्लॉक भी कराया जा सकता है।