नेपाल में सोशल मीडिया बैन के विरोध में शुरु हुए प्रदर्शन ने देश में नया इतिहास रच दिया है। सिर्फ कुछ ही दिनों में इस आंदोलन ने देश की तस्वीर को पूरी तरह बदल दिया और भ्रष्ट सरकार को भी घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। Gen-Z का यह प्रदर्शन इतना हिंसक हो गया कि पीएम के पी शर्मा ओली को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा और देश की बागडोर सेना के हाथों में आ गई। हालांकि अभी भी देश में हालात पूरी तरह से सामान्य नहीं हुए है लेकिन इसी बीच नेपाल से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई है जो देश में शांती लाने का पहला कदम हो सकती है। यह तस्वीरें काठमांडू शहर की है जहां कल तक आंदोलनकारी युवा तोड़ फोड़ मचा रहे थे, आज इसी जगह पर वह सफाई करते हुए नजर आए।
नेपाल की Gen-Z यह विरोध प्रदर्शन सिर्फ सोशल मीडिया को लेकर ही नहीं बल्कि देश के नेताओं के भ्रष्ट्राचार और जनता की नजर अंदाजगी के विरोध में था। बेरोजगारी, शिक्षा और बेहतर भविष्य की मांग लंबे समय से देश के युवाओं के दिलों में उठ रही थी जो आखिरकार इस भयावह विद्रोह प्रदर्शन में बदल गई। युवाओं के अनुसार इस आंदोलन का मकसद सिर्फ तोड़फोड़ नहीं बल्कि बदलाव था। पिछले कुछ दिनों से नेपाल से लगातार डराने वाले दृश्य सामने आ रहे थ, जिसमें युवा सरकारी दफ्तरों और नेताओं के घरों को आग के हवाले करते नजर आ रहे है। यह तस्वीरें देश के मौजूदा हालातों को बयां कर रही थी, जो काफी भयावह थे।
इन्हीं तस्वीरों और वीडियो में काठमांडू के हिल्टन होटल के भी कुछ दृश्य सामने आए थे, जिन्में इस होटल की विशाल बिल्डिंग पूरी तरह से आग की लपटों और काले घने धुएं में घिरी हुई दिखाई दे रही थी। दमकल की गाड़िया मौके पर मौजूद थी और लगातार आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन लगातार कोशिशों के बावजूद भी हालात कंट्रोल में नहीं आ रहे थे। कल के इन भयानक दृश्यों के बाद अब शहर से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई है जो शांती के बहाल होने का संकेत हो सकती है। इन तस्वीरों में बड़ी संख्या में युवा होटल के आसपास फैली गंदगी को साफ करते हुए दिखाई दे रहे है। युवाओं का कहना है कि, वह अपने शहर को साफ रखना चाहते है और उनका मकसद बर्बादी नहीं बल्कि पुनर्निर्माण है। उन्होंने कहा कि वह चाहते है कि देश की सरकार देश के युवाओं पर ध्यान दे और उनका भविष्य सवारने के प्रयास करे।
Published on:
10 Sept 2025 06:59 pm