लेबर पार्टी के नेता और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर (Keir Starmer) को पीएम के तौर पर एक साल पूरा हो चुका है लेकिन सालभर में ही उन्होंने ब्रिटिश पीएम के तौर पर एक अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। स्टार्मर ब्रिटेन के इतिहास में अब तक के सबसे अनपॉपुलर पीएम बन गए हैं। यह वही स्टार्मर हैं जिनकी पार्टी ने सिर्फ 15 महीने पहले ब्रिटिश संसदीय इतिहास में इस सदी की सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी। लेकिन अब हालात ऐसे हैं कि ब्रिटेन में सिर्फ 13% लोग ही उनसे संतुष्ट हैं, जबकि 79% मतदाता उनसे असंतुष्ट बताए जा रहे हैं।
ब्रिटेन में चुनाव में लेबर पार्टी ने लगभग दो-तिहाई सीटें जीतीं, लेकिन वास्तविकता यह है कि वोट सिर्फ एक-तिहाई ही पड़े थे। यानी कि कुल मतदाताओं में से सिर्फ हर पांचवां ब्रिटिश नागरिक ही लेबर के साथ था। राजनीति के जानकार जॉन कर्टिस इसे ’लवलेस लैंडस्लाइड’ कहते हैं। इसका मतलब है जनता का दिल जीते बिना बड़ी जीत हासिल करना।
स्टार्मर की नीतियों से न सिर्फ उनकी पॉपुलैरिटी कम हो रही है, बल्कि उनकी लेबर पार्टी भी जनता का भरोसा खो रही है। चुनाव के दौरान जो लेबर पार्टी ज़्यादातर ब्रिटिश जनता की पहली पसंद थी, अब उसका पतन होता दिख रहा है।
ब्रिटिश जनता का भरोसा वापस जीतना स्टार्मर के लिए अब आसान नहीं है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगर लेबर पार्टी अपनी नीतियों के सुधार के लिए ठोस रोडमैप पेश नहीं करते तो 2029 के चुनाव में पार्टी को बड़ी हार का सामना करना पड़ सकता है। ब्रिटेन में कई लोग तो अभी से स्टार्मर के इस्तीफे की मांग उठाने लगे हैं।
Updated on:
02 Oct 2025 12:56 pm
Published on:
02 Oct 2025 12:50 pm