लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन चल रहा है। लेकिन बुधवार को यह शांतिपूर्ण विरोध अचानक हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी कार्यालय पर हमला किया और आग लगा दी। लेह में फैली इस हिंसा के बीच देश की खुफिया एजेंसियों ने दावा किया है कि बांग्लादेश में सक्रिय हरकत-उल-जिहादी-इस्लामी (हूजी) संगठन एक बार फिर भारत में अपने कदम जमाने की कोशिश कर रहा है।
भारतीय सुरक्षा अधिकारियों को मिले इनपुट के अनुसार, हूजी एक बार फिर भारत की सीमा पर अपने मॉड्यूल स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। बांग्लादेश में शेख हसीना के शासनकाल में हूजी पर काफी हद तक नियंत्रण रखा गया था, लेकिन उनके सत्ता से जाने के बाद अंतरिम सरकार में एक बार फिर अपनी गतिविधियों को बढ़ा रहा है। बता दे कि हूजी मूलरूप से पाकिस्तान में स्थापित हुआ था और इसका उद्देश्य आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर जम्मू कश्मीर में हमले कर अशांति फैलाना था।
हालांकि, कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद के तेजी से बढ़ने की कोशिश के बीच आईएसआई ने धीरे-धीरे हुजी की गतिविधियों को बांग्लादेश में स्थानांतरित कर दिया, जिसके जरिए पश्चिम बंगाल और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को निशाना बनाया जाता था। हूजी पूर्वोत्तर भारत और पश्चिम बंगाल में कई गुट स्थापित करने में कामयाब रहा था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में भारतीय एजेंसियों की कड़ी सुरक्षा और निगरानी के कारण यह संगठन ठंडा पड़ गया था।
वहीं पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी शेख हसीना सरकार ने इस गुट पर लगाम लगाकर रखी थी, लेकिन जमात-ए-इस्लामी समर्थित मुहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का कार्यवाहक बनाए जाने के बाद हूजी समेत कई कट्टरपंथी गुट फिर से सक्रिय हो गए हैं। जिसके बाद अब इनके भारत की ओर बढ़ने की जानकारी सामने आ रही है। खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों का कहना है कि पिछले तीन महीनों में आईएसआई और हूजी नेताओं के बीच कम से कम छह बैठकें हुई हैं। इन सभी का उद्देश्य संगठन की गतिविधियों को पुनर्जीवित करना और भारतीय सीमा के पास और गुट स्थापित करना है।
Published on:
25 Sept 2025 03:11 pm