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ट्रंप ने दी चीन को चेतावनी, “ताइवान पर हमले का परिणाम जानते हैं जिनपिंग”

China-Taiwan Conflict: चीन और ताइवान के बीच तनाव की स्थिति बरकरार है। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले पर बड़ी चेतावनी दे दी है।

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भारत

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Tanay Mishra

Nov 03, 2025

Donald Trump and Xi Jinping

Donald Trump with Xi Jinping (Photo - Washington Post)

चीन (China) और ताइवान (Taiwan) के बीच सालों से बनी हुई तनाव की स्थिति किसी से भी छिपी नहीं है। दोनों देशों के बीच चल रहा विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बाद से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि चीन भी भविष्य में ताइवान पर कब्ज़े के लिए हमला कर सकता है। अक्सर ही ताइवान के पास चीन सैन्याभ्यास भी करता है। चीन के फाइटर जेट्स को अक्सर ही ताइवान के एयरस्पेस का उल्लंघन करते हुए देखा जाता है। दोनों देशों के बीच तनाव के बीच अब अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बड़ी चेतावनी दे दी है।

"ताइवान पर हमले का परिणाम जानते हैं जिनपिंग"

ट्रंप ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) जानते हैं कि ताइवान पर चीन के हमले के क्या परिणाम होंगे। ट्रंप का यह बयान जिनपिंग से मुलाकात के कुछ दिन बाद सामने आया है, जिससे न सिर्फ एक बार फिर दोनों देशों के संबंधों में दरार सामने आ गई है, बल्कि चीन और ताइवान के बीच तनाव भी और बढ़ गया है।

अमेरिका की क्या रहेगी भूमिका?

ट्रंप ने इंटरव्यू के दौरान स्पष्ट रूप से यह नहीं बताया कि अमेरिका, ताइवान का सैन्य बचाव करेगा या नहीं, लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि चीन को ताइवान पर हमला करने के परिणामों के बारे में अच्छी तरह पता है। गौरतलब है कि अमेरिका की तरफ से चीन और ताइवान के बीच चल रहे विवाद में ताइवान को पूरा समर्थन प्राप्त है। ताइवान, अमेरिका से ही हथियार खरीदता है।

क्या है चीन और ताइवान के बीच विवाद की वजह?

दरअसल चीन और ताइवान 1949 में एक-दूसरे से अलग हो गए थे। तभी से ताइवान अपना स्वतंत्र अस्तित्व मानता है और खुद को एक स्वतंत्र देश बताता है। दूसरे कई देश भी ताइवान को एक स्वतंत्र देश मानते हैं। वहीं चीन इसका विरोध करता है और ताइवान को अपना हिस्सा मानता है। दोनों देशों के बीच विवाद की यही वजह है।