Patrika Logo
Switch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

प्लस

प्लस

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

सीधी

कालिख कांड और बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था पर फूटा गुस्सा, शिवसेना का हल्ला बोल

गांधी चौक से कलेक्टर कार्यालय तक प्रदर्शन, मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

सीधी। जिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं, चिकित्सकों की कथित मनमानी और चर्चित कालिख कांड को लेकर शुक्रवार को शहर में आक्रोश फूट पड़ा। शिवसेना सहित कई सामाजिक, राजनीतिक संगठनों और आम नागरिकों ने गांधी चौक पार्किंंग स्थल से कलेक्ट्रेट तक जोरदार प्रदर्शन किया।

जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.एसबी खरे पर कालिख पोतने के मामले में शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडेय को जेल भेजे जाने को लेकर आंदोलन ने जोर पकड़ लिया। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स कर्मचारी भर्ती में जब कलेक्टर ने स्वयं डॉ.खरे पर कार्रवाई का आदेश दिया था, तो आज तक उन पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई। प्रदर्शनकारियों ने एकतरफा कार्रवाई नहीं चलेगी, न्याय दो या कार्रवाई करो के नारे लगाए। आंदोलन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
प्रदर्शन में शिवसेना के प्रदेश एवं जिला पदाधिकारी, करणी सेना, ब्राह्मण महासभा, मजदूर-किसान संघ, आम आदमी पार्टी सहित आम लोग शामिल हुए। शिवसेना जिला अध्यक्ष बेनाम सिंह बघेल ने कहा, हम भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ एकजुट हैं, यह लड़ाई जारी रहेगी।

तहसीलदार को ज्ञापन सौंपने से इंकार, अपर कलेक्टर को सौंपा
गांधी चौक पाॢकंग स्थल में विरोध प्रदर्शन के बाद आंदोलनकारी रैली के रूप में कलेक्टे्रट पहुंचे। पुलिस द्वारा उन्हें मुख्य प्रवेश द्वार पर ही रोक दिया गया। ज्ञापन लेने तहसीलदार गोपद बनास राकेश शुक्ला पहुंचे तो उन्हें ज्ञापन देने से इंकार कर दिया गया। इसके बाद आंदोलनकारी नारेबाजी करते रहे, तब अपर कलेक्टर बीपी पांडेय ज्ञापन लेने पहुंचे, जिन्हे ज्ञापन सौंपा, जिसमें स्वास्थ्य प्रणाली से जुड़े कई गंभीर आरोप और मांगें शामिल थीं।

ज्ञापन में उठाए गए ये प्रमुख मुद्दे
*सिविल सर्जन डॉ.एसबी खरे व डॉ.बबिता खरे पर त्वरित कार्रवाई की मांग।
*आउटसोर्स भर्ती घोटाले की विस्तृत जांच।
*जिला अस्पताल की गंदगी, अव्यवस्था, अवैध पार्किंग वसूली पर रोक।
*निजी क्लीनिक में प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों की सीसीटीवी फुटेज जांच।
*स्वास्थ्य विभाग में 7 करोड़ की राशि के कथित दुरुपयोग की पारदर्शी जांच।
*विवेक पांडेय प्रकरण में एकतरफा कार्रवाई रोकने और निष्पक्ष जांच पूरी होने तक रिहाई की मांग।

जिला अस्पताल मे भी तैनात रही पुलिस
शिवसेना सहित अन्य संगठनों द्वारा किये जा रहे आंदोलन को चिकित्सक व चिकित्सा कर्मचारी संघ की ओर से प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर जिला अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था की मांग की गई थी। जिसके कारण आंदोलन के दौरान जिला अस्पताल में भी पुलिस बल तैनात किया गया था।