इंदौर. खाद्य एवं दवाइयों के निर्माण और विक्रय में मिलावटखोरी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मिलावटखोरों पर सख्त कार्रवाई होगी। इस क्षेत्र में ईमानदारी और गुणवत्ता के साथ कार्य करने वाले उद्योगों, संस्थानों आदि को सरकार की ओर से प्रोत्साहन दिया जाएगा। इंदौर में स्थापित प्रयोगशाला प्रदेश में विशेषकर मालवांचल में खाद्य एवं औषधि जांच व्यवस्था को गति देगी और नागरिकों को शुद्ध खाद्य सामग्री एवं प्रामाणिक औषधि उपलब्ध कराने में सहायक सिद्ध होगी।
यह बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को फूड एंड ड्रग टेस्टिंग लैब के लोकार्पण अवसर पर कही। सांवेर विधानसभा के तलावली चांदा में 8 करोड़ 30 लाख रुपए में बनी इस तरह की लैब प्रदेश में दूसरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर की यह लैब प्रदेश के अन्य जिलों के लिए आदर्श मॉडल बनेगी। इस लैब के बनने से प्रदेश में 20 हजार सैंपल जांचने की क्षमता होगी। कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक मधु वर्मा, भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा, जिला अध्यक्ष श्रवण सिंह चावड़ा आदि उपिस्थत थे। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के नियंत्रक दिनेश श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण दिया। संचालन स्वास्थ्य विभाग की कार्यक्रम एवं विस्तार अधिकारी मनीषा पंडित ने किया। आभार सीएमएचओ डॉ. माधव हासानी ने माना।