मां नर्मदा के वाहन मगरमच्छ को प्राकृतिक आवास दिलाने के लिए गुरुवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 6 मगरमच्छ नर्मदा में छोड़े। सीएम हेलीकॉप्टर से दोपहर 2.45 बजे नर्मदा नगर पहुंचे। यहां उन्होंने मंत्री विजय शाह के साथ मिलकर मगरमच्छों को प्राकृतिक आवास में छोड़ा। इस दौरान सीएम ने अपनी जान भी खतरे में डाली और बाड़े में उतर गए।
लकड़ी ठकठका कर मगरमच्छ को बढ़ाया
मगरमच्छों को बैक वाटर में छोडऩे के लिए ढाई फीट लोहे की जाली लगाकर एक बाड़ा बनाया गया था, ताकि मगरमच्छ पलटकर न आए। छह पिंजरों में मगरमच्छ लाए गए। सीएम डॉ. मोहन यादव ने एक-एक कर पिंजरे खोले और लकड़ी ठकठका कर मगरमच्छों को पानी में भेजा गया। इस काम में करीब एक घंटा लग गया। एक मगरमच्छ पिंजरे से निकलने के बाद जब आगे नहीं बढ़ा तो सीएम डॉ. यादव बाड़े की जाली फांदकर आगे आए और लकड़ी से मगरमच्छ को आगे बढ़ाया।
ओंकारेश्वर नेशनल पार्क की होगी घोषणा
मप्र के स्थापना दिवस एक नवंबर पर ओंकारेश्वर नेशनल पार्क की घोषणा होने जा रही है। इस नेशनल पार्क में नर्मदा के प्रहरी के रूप में मगरमच्छों की एंट्री हुई है। गुरुवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नर्मदानगर स्थित इंदिरा सागर बांध के बैक वाटर में छह मगरमच्छों की घर वापसी कराई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार जनता के विकास के साथ वन्य जीवों के संरक्षण का कार्य भी कर रही है। कूनो में चीतों की आमद के बाद अब मां नर्मदा का वाहन मगरमच्छ भी नर्मदा के आंचल में संरक्षित किए जा रहे है।
नदियों के प्रहरी मगरमच्छ, घडिय़ाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया छह मगरमच्छों को छोड़ा गया। यह मगरमच्छ विभिन्न स्थानों से रेस्क्यू कर भोपाल में रखे गए थे, जिन्हें अब प्राकृतिक आवास दिया गया है। इसमें चार मादा और दो नर मगरमच्छ है। सीएम ने बताया जैसे धरती पर शेर और चीते वन्यजीवों के प्रतीक हैं, वैसे ही जल में मगरमच्छ और घडिय़ाल नदियों के प्रहरी हैं। मां नर्मदा को स्वच्छ रखने और जलीय तंत्र को मजबूत करने में ये मगरमच्छ अहम भूमिका निभाएंगे। इस दौरान जिलाध्यक्ष राजपालसिंह तोमर, विधायक नारायण पटेल, कंचन तनवे, छाया मोरे, जिपं अध्यक्ष पिंकी वानखेड़े, महापौर अमृता अमर यादव, कमिश्नर सुदाम खाड़े, आईजी अनुराग, डीआईजी सिद्धार्थ बहुगुणा, कलेक्टर ऋषव गुप्ता, मुख्य वन्य प्राणी अभिरक्षक शुभरंजन सेन, मप्र वन बल प्रमुख वीएन अंबाड़े, वन संरक्षक खंडवा वासु कनौजिया, डीएफओ राकेश डामोर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।