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घाटी में सिलेंडर से भरे ट्रक का गियर फेल, टक्कर से कार खांई में गिरी

रामगढ़ बांध की घाटी में शुक्रवार दोपहर बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दोपहर करीब एक बजे खाली गैस सिलेंडरों से भरा एक ट्रक चढ़ाई पर गियर फेल होने से अचानक तेज गति से पीछे आ गया और जमवाय माता के दर्शन करके लौट रहे श्रद्धालुओं की कार से टकरा गया।

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– कार सवार दंपती घायल, ट्रक ड्राइवर फरार

– तीन घंटे तक लगे जाम से वाहन चालक हुए परेशान

जमवारामगढ़. रामगढ़ बांध की घाटी में शुक्रवार दोपहर बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दोपहर करीब एक बजे खाली गैस सिलेंडरों से भरा एक ट्रक चढ़ाई पर गियर फेल होने से अचानक तेज गति से पीछे आ गया और जमवाय माता के दर्शन करके लौट रहे श्रद्धालुओं की कार से टकरा गया। टक्कर के बाद कार खाई में जा गिरी, जबकि ट्रक घाटी की दीवार से टकराकर तिरछा होकर अटक गया। गनीमत रही कि यदि ट्रक पलटकर खाई में गिरता तो बड़ा नुकसान हो सकता था। थाना पुलिस के अनुसार इंडेन गैस का ट्रक माथासूला गोदाम से खाली सिलेंडर लेकर जयपुर की ओर जा रहा था। रामगढ़ घाटी की संकरी व ऊंची ढलान चढ़ते वक्त बैक गियर फेल होते ही ट्रक अनियंत्रित होकर पीछे आया और कार को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में झोटवाड़ा निवासी दंपती घायल हो गए। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और एंबुलेंस से घायल बने सिंह शेखावत को उप जिला अस्पताल जमवारामगढ़ पहुंचाया गया। जहां उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि उनकी पत्नी को अधिक चोटें आने पर एसएमएस अस्पताल रैफर किया गया।

जमवाय माता मंदिर तक लंबा जाम

घटना के बाद ट्रक घाटी की दीवार से टकराकर अटक गया, जिससे सड़क पर मात्र पांच फीट का हिस्सा ही खाली बचा। इससे बड़े वाहनों का आवागमन बंद हो गया और घाटी से लेकर जमवाय माता मंदिर तक लंबा जाम लग गया। पुलिस ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद क्रेन की मदद से ट्रक को हटवाकर यातायात सुचारू किया। इससे पहले छोटे वाहनों को बांध के ऊपर की सड़क से डायवर्ट किया गया।

घाटी की खतरनाक ढलान और टूटी सड़क बनी वजह

स्थानीय लोगों का कहना है कि रामगढ़ घाटी की सड़क क्षतिग्रस्त होने के साथ ढलान बेहद तीखी है। ऐसे में ट्रक और बड़े वाहन अक्सर चढ़ाई में असंतुलित होकर पीछे लुढ़क जाते हैं। एक ओर गहरी खाई और दूसरी ओर नहर होने से वाहन चालकों के लिए जोखिम और बढ़ जाता है।

दीवारों को मजबूत करने की आवश्यकता

क्षेत्रवासियों का कहना है कि घाटी की दीवारें काफी समय से टूटी हुई हैं। इन्हें लोहे के जाल के सहारे मजबूत किया जाए ताकि वाहन टकराने पर सीधे खाई में न गिरें। खवारानीजी निवासी महेश शर्मा ने कहा कि घाटी की ढलान को कम और सीधा किया जाना चाहिए, ताकि दुर्घटना की आशंका घटे।