विश्व हृदय दिवस (29 सितंबर) के दिन शहर के यू एन मेहता अस्पताल में ब्रेनडेड मरीज से दान में मिले हृदय का सफल प्रत्यारोपण किया गया।यूएन मेहता अस्पताल के निदेशक डॉ. चिराग दोशी ने बताया कि अस्पताल में 59 वें हृदय का सफल प्रत्यारोपण किया गया। विश्व हृदय दिवस पर यह सफलता मिली।
शहर के सिविल अस्पताल में ब्रेनडेड घोषित किए गए आणंद निवासी छत्रसिंह राठौड़ के दान में मिले पांच अंगों में से हृदय का यू एन मेहता अस्पताल में भर्ती मरीज में प्रत्यारोपण किया गया था।राठौड़ के परिजनों ने उनकी दो किडनी, लिवर, पेंक्रियाज भी दान की हैं। इसके अलावा उनकी दो आंखों का भी दान किया गया।सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि छत्रसिंह (45) 25 सितंबर को रास्ते पर चलते हुए गिर गए थे। जिससे सिर में गंभीर चोट लगने पर उन्हें पहले नडियाद स्थित एक अस्पताल ले जाया गया। कुछ ही घंटे बाद नडियाद से रात को ही सिविल अस्पताल में लाया गया। गहन उपचार के बावजूद उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ। ऐसे में उनकी विशेष जांच की गई और जांच रिपोर्ट के आधार पर चिकित्सकों ने रविवार को उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया। अंगदान के लिए कार्य कर रहे डॉ. मोहित चंपावत ने मरीज के परिजनों को अंगदान के बारे में समझाया। छत्रसिंह की पत्नी रंजन राठौड़ व परिवार के अन्य सदस्यों ने परोपकार की भावना को ध्यान में रखकर पति के अंगों के दान की सहमति दी।
किडनी, लिवर व पेंक्रियाज का आईकेडीआरसी में ट्रांसप्लांट
डॉ. जोशी ने बताया कि सोमवार को ब्रेनडेड मरीज से मिले अंगों में से दो किडनी, लिवर, पेंक्रियाज का ट्रांसप्लांट इंस्टीट्यूट ऑफ किडनी डिसिज (आईकेडीआरसी) में किया गया। जबकि हृदय का ट्रांसप्लांट यूएन मेहता अस्पताल में किया गया। जबकि दो आंखों को एम एंड जे. इंस्टीट्यूट (आंख अस्पताल) की आई बैंक में ले जाया गया है।सिविल अस्पताल में ब्रेनडेड मरीजों से 69 हृदय दान में मिल चुके हैं। सिविल अस्पताल में ब्रेनडेड मरीजों से अब तक 713 अंगों का दान मिला है। इसके अलावा 154 आंख व 24 नेत्र भी दान में मिले हैं। अब तक अस्पताल में कुल 215 ब्रेनडेड मरीजों के अंग दान में मिले हैं।