MP Weather:मध्यप्रदेश के कहीं भारी बारिश से राहत है तो कहीं झमाझम का दौर अब भी जारी है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो बंगाल की खाड़ी से सिस्टम ब्रेक नहीं हुआ, इसलिए कयास लगाए जा हैं रहे कि आने वाले दिनों में फिर से झमाझम या रिमझिम बारिश हो सकती है। इस बार मानसून जल्दी एक्टिव हो गया, लेकिन शुरुआती दिनों में उज्जैन में बारिश न के बराबर हुई, अब मानसून के विदा होने का समय नजदीक आ रहा है। बारिश तेज रफ्तार पकड़ रही है। मौसम विभाग ने 24 घंटे के अंदर मंडला डिंडौरी, अनूपपुर और बालाघाट में भारी बारिश(Heavy Rain) की चेतावनी जारी की है। यहां ढाई से साढ़े 4 इंच तक पानी गिर सकता है।
सप्ताहभर की तेज बारिश के बाद मंगलवार को शहर में निकली तीखी धूप ने लोगों को थोड़ी राहत दी। वर्षा का दौर थमने और सुबह हल्की ओस गिरने से कई लोग यह अनुमान लगा रहे हैं कि मानसून अब विदाई ले चुका है। वातावरण में हल्की ठंडक महसूस होने लगी है, जो शरद ऋतु के आगमन का संकेत है। वहीं जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त ने बताया कि मानसून की विदाई की घोषणा करना जल्दबाजी होगी। बंगाल की खाड़ी में मौसम प्रणाली अभी भी सक्रिय है, जिसका असर मध्यप्रदेश के मौसम पर पड़ सकता है।
विभाग(MP Weather) के पूर्वानुमान के अनुसार, कुछ दिन तक उज्जैन में मौसम शुष्क रह सकता है और धूप भी खिलेगी, लेकिन इस सप्ताह के अंत तक मौसम फिर से करवट ले सकता है। 14 सितंबर से बारिश की संभावना फिर से बढ़ रही है। अगले सप्ताह गरज-चमक संग हल्की से लेकर भारी बारिश का दौर देखने को मिल सकता है।
सुबह ओस का गिरना और वातावरण में ठंडक का एहसास होना, मानसून के कमजोर पड़ने और मौसम के बदलने का स्वाभाविक हिस्सा है। दिन-रात के तापमान में अंतर बढ़ने से ऐसा होता है। हालांकि, यह मानसून खत्म हो जाने का निश्चित प्रमाण नहीं है। कुछ दिनों के लिए बारिश थम गई हो और धूप निकल आई हो, लेकिन मानसून क्षेत्र में सक्रिय है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 31 व न्यूनतम 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आर्द्रता सुबह 80 व शाम को 64 प्रतिशत आंकी गई। अब तक कुल बारिश 750 मिमी हुई है। हवा 6 किमी की रफ्तार से चली।
इस सीजन में जिले में अब तक 30 इंच बारिश हो चुकी है। यह औसत वर्षा 36 इंच से 6 इंच कम है। कुछ दिनों में प्रभावी बारिश होती है तो जिला औसत का आंकड़ा छू सकता है। भू-अभिलेख शाखा के रेकॉर्ड अनुसार, जिले में 1 जून से अब तक औसत 759.2 मिली मीटर (29.88 इंच) वर्षा हो चुकी है। पिछले वर्ष इसी अवधि में 690.1 मिमी पानी गिरा था।
Updated on:
10 Sept 2025 11:49 am
Published on:
10 Sept 2025 11:43 am