Patrika Logo
Switch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

प्लस

प्लस

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

अजमेर से लगभग 11 किलोमीटर दूर पुष्कर कस्बे में हर साल कार्तिक शुक्ल एकादशी से शुरू होकर पूर्णिमा तक <strong><a href="https://www.patrika.com/ajmer-news/beautiful-pics-of-pushkar-fair-1928878/">Pushkar Mela</a>&nbsp;</strong>लगता है।पुष्कर मेला विशेष रूप से पशुओं और साखतौर पर ऊंटों की खरीद-फरोख्त के लिए लगने वाला मेला है। पुष्कर मेले में देश-विदेश से हजारों पर्यटक हर साल आते हैं। मेले के कुछ खास आकर्षणों में यंहा होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम हैं। पारम्परिक लोक नृत्य, लोक संगीत, घूमर, गेर, माण्ड और सपेरा जैसे लोक नृत्य देख के पर्यटक भी झूमने को मजबूर हो जाते हैं। पुष्कर तीर्थ की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि पूरे भारत में सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा जी का यहां इकलौता मंदिर है। यहीं पर पवित्र झील पुष्कर झील है। कहा जाता है कि इस झील का निर्माण भगवान ब्रह्मा जी ने करवाया था।

Pushkar Fair 2025: पहली बार पुष्कर मेले में आया सबसे छोटा घोड़ा, बना आकर्षण का केंद्र, जानें क्यों है खास

अजमेर

Shetland-Pony-horse
Play video

पुष्कर मेले में कैलाश खेर के कॉन्सर्ट में हंगामा, धक्का-मुक्की के बीच ASP के गनमैन की पिस्टल चोरी

अजमेर

Kailash Kher concert

अजमेर


पुष्कर मेले में पहुंची पुंगनूर गाय, गोद में भी उठाकर कर सकते हैं दुलार, पीएम मोदी के इस वीडियो से आई थी पहली बार सुर्खियों में

अजमेर

अजमेर


Pushkar Mela 2024: मिलिए भैंसा अनमोल से, दिन में दो बार चाहिए स्मूद मसाज, 1500 के खाता है हर दिन ड्राई फ्रूट्स, 23 करोड़ है कीमत

अजमेर

अजमेर