सूरतगढ़. .महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी कार्यालय के हालात दिनोंदिन खस्ता हो रहे हैं। पुराना भवन होने की वजह से छत का प्लास्टर उखड़ गया है। जिससे सरिए बाहर निकल गए हैं। बरसाती मौसम में तो कार्यालय की छत से पानी टपकता रहता है। यहां सबसे खास बात यह है कि सीडीपीओ कार्यालय के पास पट्टा तक नहीं है। इस वजह से मरम्मत कार्य के लिए बजट भी नहीं मिल रहा।
बीकानेर रोड पर वर्ष 2000 में महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी कार्यालय खुला। विभाग की ओर से शुरूआत में ही चारदीवारी का निर्माण नहीं करवाया गया। इस वजह से कार्यालय के आसपास निराश्रित पशुओं का जमावड़ा रहता है। सीडीपीओ कक्ष की स्थिति दयनीय होने से अधिकारी को मजबूरन कर्मचारी के कक्ष में बैठना पड़ रहा है। कार्यालय का एक मात्र हाल में ही कम्प्यूटर ऑपरेटर सहित अन्य कर्मचारी बैठकर कार्य करते हैं। वही, स्टोर की हालात खस्ता होने की वजह से तीन साल से बंद पड़ा है। ऐसे में विभागीय कागजातों को भी सुरक्षित रखने में कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां सबसे खास बात यह है कि सीडीपीओ कार्यालय के पास पट्टा तक नहीं है। इस संबंध में विभागीय अधिकारी कई बार नगरपालिका में चक्कर काट चुके हैं। पट्टा नहीं होने की वजह से कार्यालय की मरम्मत व नवनिर्माण कार्य करवाने में भी दिक्कतें आ रही है।
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सीडीपीओ कार्यालय भवन पुराना होने की वजह से छत का जगह जगह से प्लास्टर उखड़ चुका है। बरसाती मौसम में तो बरसाती पानी छत से टपकता रहता है। इस वजह से सदैव कागजात भींगने का भी खतरा बना रहता है। विभागीय कर्मियों का कहना है कि सीडीपीओ कार्यालय भवन पुराना हो चुका है। पूर्व में गैराज था। वह भी लम्बे समय से बंद पड़ा है। छत से लोहे के सरिए बाहर निकल आए है। बरसाती पानी भी छत से टपकता है। यहां नए भवन बनाने की बहुत ज्यादा जरूरत है।
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सीडीपीओ नवदीप कौर ने बताया कि सीडीपीओ कार्यालय के मरम्मत के लिए बजट के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है। इस संबंध में पट्टे संबंधित दस्तावेज मांगे गए हैं। यह प्रक्रिया पूर्ण होने पर शीघ्र ही बजट मिलेगा। इसके बाद कार्यालय की मरम्मत करवाई जाएगी।
Updated on:
10 Mar 2025 10:58 am
Published on:
10 Mar 2025 10:57 am