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श्राद्ध पक्ष में कौवों का महत्व:एसडीएम कार्यालय परिसर बना कौवों का तीर्थ

बढ़ गया जीभ का स्वाद,मिल रहा सुकून

सूरतगढ़.श्राद्ध पक्ष में इन दिनों में पितरों की आत्मा की शांति के लिए ब्राह्मण भोजन,दान और विशेष रूप से कौवों को श्रद्धा का भोजन कराना महत्वपूर्ण माना गया है। लेकिन इस बार शहर में कौवे घरों की छतों पर घंटों इंतजार करने के बावजूद दस्तक नहीं दे रहे। ऐसे में एसडीएम कार्यालय के चारदीवारी व परिसर में लगे पेड़ कौवों का स्थाई ठिकाना बन गया है। प्रतिदिन सुबह से ही यहां हजारों की संख्या में कौवे एकत्रित हो रहे हैं। लोग भी कौवों को भोजन अर्पित करने के लिए पहुंच रहे हैं।
श्राद्ध पक्ष के दौरान इन दिनों प्रत्येक घर में दिवंगत पूर्वजों के लिए पूजा अर्चना की जा रही है। इसके तहत गाय, कुता ,साधु व कौवों के लिए खीर पुड़ी का भोग निकाला जा रहा है। गाय, कुता व साधु तो आसानी से मिल रहे हैं। कौवों की तलाश में छतों पर घंटों तक इंतजार करना पड़ रहा है। इसके बावजूद कौवे दर्शन नहीं दे रहे। ऐसे में शहरवासियों एसडीएम कार्यालय की चारदीवारी व परिसर में लगे पड़े पर बड़ी संख्या में बैठे कौवे अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। यहां चारदीवारी पर लोग भोजन रख रहे हैं। कुछ देर में ही एक साथ कौवे चारदीवारी पर बैठकर चट में भोजन खाकर वापस उडक़र पेड़ों की टहनियों पर बैठ रहे हैं।
बढ़ गया जीभ का स्वाद,मिल रहा सुकून
शहरवासी जितेन्द्र कांडा, पवन शर्मा, किशनलाल स्वामी, राकेश सरावगी, यशवर्धन शर्मा, महादेव पेडीवाल सहित बड़ी संख्या में नागरिक सुबह सुबह एसडीएम कार्यालय के पास कौवों को अपने पूर्वजों के रूप में पितरों को कावं-कावं की की आवाज लगाकर प्रसाद के स्वरूप में खीर, दही, दूध, जलेबी, हलवा, पुड़ी को मिलाकर कागोल डालते हैं। कौवे भी बड़ी चाव से चारदीवारी पर बैठकर भोजन कर रहे हैं। शहरवासियों का कहना है कि पूर्व में घरों की छतों पर कौवों का घंटों इंतजार करते थे, कौवों के नहीं आने पर छतों पर ही रखकर आ जाते। अगले दिन वह भोजन वैसा ही मिलता। इन दिनों एसडीएम कार्यालय की चारदीवारी व आसपास पेड़ों पर हजारों की संख्या में कौवे आते हैं। उन्हें अपने सामने भोजन खिलाना सुकून से भरा कार्य लग रहा है।
पितर होते हैं संतुष्ट
शास्त्री देवीलाल सारस्वत ने बताया कि श्राद्ध पक्ष में कौवों को भोजन करवाना हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण माना गया है।कौवे भोजन स्वीकार करते हैं, तो पितरों को तृप्ति मिलती है। श्राद्ध पक्ष दान देने की भावना भी पैदा करती है। ऐसे में श्राद्ध पक्ष में कौवों को भोजन करवाना चाहिए।