श्रीगंगानगर.साधुवाली स्थित गाजर मंडी की उत्तर दिशा में आवागमन के लिए रास्ता खोलने की मांग को लेकर चक 2 डी छोटी के किसानों का तीन दिनों से जारी धरना-प्रदर्शन और अनशन बुधवार को समाप्त हो गया। जिला कलक्टर डॉ. मंजू की अध्यक्षता में हुई समझौता वार्ता में प्रशासन ने मांग को उचित मानते हुए रास्ते से जुड़े प्रस्ताव को शीघ्र राज्य सरकार को भेजने का लिखित आश्वासन दिया। निर्णय होने तक गाजर मंडी की उत्तर और दक्षिण दिशा में दीवार निर्माण रोकने पर भी सहमति बनी।
वार्ता में रही ये भागीदारी
कलक्टर सभाकक्ष में हुई बैठक में एडीएम (सतर्कता) रीना छींपा, एसडीएम नवीन गौतम, तहसीलदार, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता धीरज चावला और मंडी सचिव सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। किसान पक्ष की ओर से अमरसिंह बिश्नोई, सुभाष सहगल और गुरबल पाल सिंह संधू के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने तर्क रखे। वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने औपचारिक लिखित समझौते पर सहमति जताई।
धरना स्थल पर पहुंचकर सौंपा लिखित समझौता
वार्ता समाप्त होने के बाद प्रशासनिक अधिकारी धरना स्थल पहुंचे और किसानों को लिखित सहमति पत्र सौंपा। दस्तावेज मिलने पर अमरसिंह बिश्नोई व संतोष बिश्नोई ने जूस पीकर अपना आमरण अनशन खत्म किया। मौके पर राजेंद्र सियाग, मुकेश पवार, मांगीलाल सीगड, संदीप पवार, राजेंद्र पवार सहित अनेक किसान मौजूद रहे। दिन में किसान नेता बिश्नोई ने चेतावनी दी थी कि यदि रास्ता नहीं दिया गया, तो किसान चुनाव में इसका जवाब देंगे। वहीं, 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे को देखते हुए प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयासों में जुटा हुआ था। अंतत: समझौते के साथ किसानों की लंबे समय से लंबित मांग समाधान की दिशा में आगे बढ़ गई।