
बाबा श्याम के अवतरण दिवस (जन्मोत्सव) के उपलक्ष्य में खाटू नगरी दुल्हन की तरह सज चुकी है। इस वर्ष "हारे के सहारे" खाटू नरेश का वार्षिक जन्मोत्सव मेला 1 नवंबर को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। देश-विदेश से लाखों श्याम भक्त इस पावन अवसर पर अपनी हाजिरी लगाने खाटूधाम पहुँचने वाले हैं। भक्तों की अपार भीड़ को देखते हुए, स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा, यातायात और आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
मेले की तैयारियों को लेकर शनिवार शाम को पुलिस उपाधीक्षक संजय बोथरा और थाना प्रभारी पवन चौबे ने व्यापार मंडल, निजी बस यूनियन, धर्मशाला और होटल संचालकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए, पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी के लिए इस बार दो अत्याधुनिक ड्रोन कैमरों का उपयोग किया जाएगा। ये ड्रोन पूरे क्षेत्र और आसपास के मुख्य मार्गों पर पैनी नज़र रखेंगे। डीएसपी बोथरा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि मेले के दौरान आतिशबाजी और पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। किसी भी व्यक्ति या प्रतिष्ठान को धर्मशाला, होटल या गेस्ट हाउस की छत से पटाखे चलाने की अनुमति नहीं होगी।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल की व्यापक तैनाती की जा रही है। पुलिस विभाग ने उच्चाधिकारियों से कुल 1200 पुलिस जवानों, जिनमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, डिप्टी एसपी, पुलिस निरीक्षक, हेड कॉन्स्टेबल, महिला कॉन्स्टेबल और 70 यातायात पुलिसकर्मी शामिल हैं, की तैनाती का आग्रह किया है। इसके अतिरिक्त, 500 होमगार्ड और 1000 निजी सुरक्षा गार्ड भी सेवा में रहेंगे। पूरे मेला परिसर को सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा जाएगा। धर्मशाला और होटल संचालकों को भी अपने परिसरों में कैमरे लगाने और आने वाले श्रद्धालुओं के पहचान पत्र (आईडी) अनिवार्य रूप से दर्ज करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
भीड़ नियंत्रण और सुगम यातायात के लिए प्रशासन ने एक विस्तृत यातायात योजना लागू की है। 31 अक्टूबर से 1 नवंबर तक रींगस-खाटू मार्ग को 'नो-व्हीकल जोन' घोषित किया गया है। इसका अर्थ है कि इस मार्ग पर श्रद्धालुओं के वाहनों का प्रवेश पूर्णतः वर्जित रहेगा। भक्तों को अपने वाहन निर्धारित पार्किंग स्थलों पर पार्क कर, पैदल या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करके ही मेला स्थल तक पहुँचना होगा।
छोटे वाहन: एनएच-52 से शाहपुरा होकर सीधे 52 बीघा पार्किंग क्षेत्र में खड़े किए जाएंगे। रोडवेज और निजी बसें: मंढा रोड से अपने निर्धारित बस स्टैंड तक पहुँचेंगी और वहीं से प्रस्थान करेंगी। यातायात का दबाव बढ़ने पर बसों को अलोदा-गोवटी मार्ग से बाहर निकाला जा सकता है। मंढा रोड: अन्य वाहनों को सांवलपुरा सरकारी पार्किंग स्थल पर ठहराया जाएगा।
यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए अलग-अलग टीमें पार्किंग, एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स को संभालेंगी। महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों की सहायता के लिए विशेष सहायता बूथ भी स्थापित किए जा रहे हैं।
मेला क्षेत्र की स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए नगर पालिका को विशेष निर्देश दिए गए हैं। डीएसपी ने नालियों की सफाई, गंदे पानी के निकास और कीटनाशक छिड़काव की समुचित व्यवस्था तुरंत करने को कहा है। श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त संख्या में स्वच्छ शौचालय, पेयजल और लघुशंका स्थलों की व्यवस्था की जाएगी। नगर पालिका के सफाईकर्मी रोटेशन पर 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। चिकित्सा विभाग की मोबाइल यूनिटें, फायर ब्रिगेड और आपदा प्रबंधन दल भी सक्रिय रहेंगे, जिसके लिए खाटूधाम क्षेत्र में एक केंद्रीय कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा।
Published on:
26 Oct 2025 11:43 am
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