MP rakesh rathore bdo controversy in Sitapur: कांग्रेस सांसद राकेश राठौर और खंड विकास अधिकारी (BDO) नीरज कुमार दुबे के बीच तीखी बहस का मामला सामने आया है। यह विवाद मनरेगा के तहत किए गए विकास कार्यों के भुगतान में हो रही देरी और कथित भ्रष्टाचार को लेकर है। ग्रामीणों और ग्राम प्रधानों ने सांसद को बताया कि भुगतान की जगह पैसे मांगे जा रहे हैं, जिससे गांव में विकास कार्य बाधित हैं।
सांसद राकेश राठौर और खंड विकास अधिकारी के बीच फोन पर हुई बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। बातचीत के दौरान सांसद ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “फोन काट दिया हमारा…नहीं सर आवाज नहीं आ रही थी। लूट का अड्डा न बनाओ ब्लॉक को…सामने मिलोगे तो बुखार आ जाएगा।” इस वार्तालाप में सांसद ने अधिकारी से तत्काल समाधान का आश्वासन लेने की कोशिश की।
प्रधानों ने सांसद को बताया कि ब्लॉक स्तर पर भ्रष्टाचार हो रहा है और भुगतान करने के एवज में उनसे पैसे की मांग की जा रही है। कई मनरेगा परियोजनाएं अधूरी पड़ी हैं और मजदूरों को भी मेहनताना नहीं मिल पाया। बद्रीपुर मंसूरपुर के ग्राम प्रधान पति रमेश कुमार ने आरोप लगाया कि कमीशन देने के बावजूद भुगतान नहीं किया गया। अन्य प्रधानों ने भी इसी तरह की शिकायतें दर्ज कराईं हैं।
प्रधानों के धरने में शामिल हुए सांसद राकेश राठौर ने खंड विकास अधिकारी से फोन पर बातचीत की और समस्याओं के समाधान का भरोसा लिया। इस कार्रवाई के बाद प्रधानों ने शांत होने का निर्णय लिया। सांसद ने अधिकारियों से स्पष्ट निर्देश दिए कि भुगतान प्रक्रिया में देरी और भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
एक घंटे से अधिक समय तक ब्लॉक कार्यालय पर हंगामा चलता रहा। प्रधानों ने स्पष्ट किया कि अगर समस्याओं का समाधान शीघ्र नहीं हुआ तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। सांसद राठौर ने अधिकारियों से सतर्क रहने और गांवों में समय पर विकास कार्य सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
Published on:
12 Sept 2025 11:13 pm