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Sirohi: सिरोही की लैब में चल रही थी 100 KG एमडी ड्रग्स बनाने की तैयारी, पूछताछ में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

एनसीबी जोधपुर ने ऑपरेशन सिंथेटिक ड्रग्स के तहत सिरोही में एमडी ड्रग्स बनाने की लैब का भंडाफोड़ किया था। कार्रवाई में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में केमिकल और उपकरण जब्त किए गए।

MD Drugs
जब्त की गई सामग्री व उपकरण। फाइल फोटो- पत्रिका

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) जोधपुर ने ‘ऑपरेशन सिंथेटिक ड्रग्स’ के तहत सिरोही जिले के दांतराई गांव के खेत में एमडी ड्रग्स बनाने की लैब पकड़ने के मामले में अलग-अलग स्थानों पर छापे मारकर पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। इनसे पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। लैब में 100 किलो एमडी ड्रग्स बनाने की तैयारी थी और आठ किलो एमडी ड्रग्स बना चुके थे। हालांकि इसमें से दो किलो ड्रग्स सीबीएन ने जब्त कर ली थी।

एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक घनश्याम सोनी ने बताया कि गत छह नवंबर को सिरोही जिले में रेवदर थाना क्षेत्रान्तर्गत दांतराई गांव के खेत में एमडी ड्रग्स की लैब पकड़ी थी। खेत भावेश उर्फ भूराराम का है। उसने बालाराम को लीज पर दे रखा था। मास्टरमाइंड बालाराम ने गुजरात के अंकलेश्वर से भारी मात्रा में केमिकल व उपकरण मंगवाकर एमडी ड्रग्स की लैब स्थापित की थी। एनसीबी ने एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की तलाश में अलग-अलग टीमें गठित की थीं।

मास्टरमाइंड गिरफ्तार

राजस्थान और गुजरात में कई स्थानों पर छापे मारने के बाद जालोर जिले के सायला क्षेत्र के खारी गांव निवासी मास्टरमाइंड बालाराम पुत्र सूरताराम जाट, खेत मालिक-बालोतरा में सिणधरी के पास पायला खुर्द गांव निवासी भावेश उर्फ भूराराम पुत्र डोलूराम, केमिकल विशेषज्ञ डीसा निवासी अश्विन पुत्र मफा और केमिकल सप्लायर-गुजरात के अंकलेश्वर निवासी अजीत पुत्र छगन पटेल को गिरफ्तार किया गया। इन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया गया है।

खुलासा : आठ किलो ड्रग्स बना चुके थे

प्रारंभिक जांच में सामने आया था कि गिरोह एमडी ड्रग्स बनाने की लैब लगाने की तैयारी में था, लेकिन मास्टरमाइंड बालाराम से पूछताछ में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। उसने भावेश उर्फ भूराराम से खेत किराए पर लिया था। अंकलेश्वर निवासी अजीत पटेल से ड्रग्स बनाने में प्रयुक्त केमिकल मंगवाए थे।

मोती यह केमिकल लेकर आया था। केमिकल विशेषज्ञ अश्विन से मदद ली गई थी। जालोर के रानीवाड़ा में चाय की होटल संचालक भावेश उर्फ भूराराम एमडी ड्रग्स के खरीदार मुहैया करवाता था। बालाराम ने इस लैब में 100 किलो ड्रग्स बनाने के लिए केमिकल एकत्रित किया था और आठ किलो ड्रग्स बना चुका था। अधिकांश ड्रग्स रानीवाड़ा और बाड़मेर में सप्लाई की गई थीं। हालांकि दो किलो ड्रग्स सीबीएन ने जब्त कर ली थी।

निम्न केमिकल किए गए थे जब्त

अमोनियम सल्फेट 100 किलो, एल्युमिनियम क्लोराइड 75 किलो, मोनोमिथाइलएमाइन 170 किलो, एन-मिथाइल-2 पाइरोलिडोन 220 किलो, सोडियम सल्फेट 50 किलो, निर्जल सोडियम हाइड्रॉक्साइड, मैग्नीशियम सल्फेट 50 किलो और एक अन्य अज्ञात केमिकल के 4 बैरल (तरल), 30 कैन (तरल) और प्लास्टिक की बोरियों (पाउडर) में जब्त किए गए थे।

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ड्रग्स तस्करों के बारे में दें सूचना

एनसीबी ने आमजन से अपील की है कि यदि उनके आसपास कोई व्यक्ति ड्रग्स तस्करी में लिप्त है, तो इस बारे में 'मानस पोर्टल' या टोल फ्री नंबर 1933 पर सूचित करें। सूचना देने वाले का नाम और पता गोपनीय रखा जाएगा।