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UP STF: शाहजहांपुर डकैती का STF ने किया खुलासा, दो शातिर बदमाश गिरफ्तार, लूटी रकम और वाहन बरामद

UP STF Shahjahanpur Robbery :  शाहजहांपुर में सहकारी संघ चांदापुर में हुई डकैती का UP STF ने खुलासा करते हुए दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से लूटी गई धनराशि, चार पहिया वाहन और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए। आरोपी एक संगठित गिरोह से जुड़े थे, जो कई जिलों में लूट और डकैती की घटनाओं को अंजाम देता रहा है।

दो शातिर अपराधी गिरफ्तार, लूटी गई धनराशि, वाहन और कई दस्तावेज बरामद (फोटो सोर्स : Whatsapp News Group )
दो शातिर अपराधी गिरफ्तार, लूटी गई धनराशि, वाहन और कई दस्तावेज बरामद (फोटो सोर्स : Whatsapp News Group )

UP STF Busts Major Robbery Gang: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। STF ने थाना सहरामऊ दक्षिणी, जनपद शाहजहांपुर में हुई चर्चित डकैती की घटना का खुलासा करते हुए दो अभियुक्तों,रवि मिश्रा और गोपाल उर्फ मनीष ठाकुर उर्फ ओविंदर को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों अभियुक्त एक सक्रिय और संगठित आपराधिक गिरोह के सदस्य बताए जा रहे हैं, जो शाहजहांपुर और आसपास के जिलों में लूट, डकैती और हत्या जैसी गंभीर वारदातों में शामिल रहा है।

STF ने इन दोनों अभियुक्तों को ग्राम चांदापुर के पास नागरपाल पुल से लगभग 50 मीटर पहले, थाना सहरामऊ दक्षिणी क्षेत्र से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के समय STF टीम ने उनके कब्जे से लूटी गई धनराशि, एक चार पहिया वाहन, एक खाद रजिस्टर और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए।

डकैती की घटना--क्या हुआ था 06 नवंबर 2025 को

दिनांक 6-11-2025 की शाम जनपद शाहजहांपुर के थाना सहरामऊ दक्षिणी क्षेत्र स्थित सहकारी संघ लिमिटेड चांदापुर पर कार्यरत कर्मचारी आदित्य कुमार सक्सेना से लूटपाट और डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था। घटना के दौरान आदित्य सक्सेना के पास मौजूद सरकारी राशि, दस्तावेज और संबंधित रजिस्टर लेकर बदमाश फरार हो गए थे। प्रारंभिक जांच में यह घटना एक सोची-समझी और योजनाबद्ध डकैती प्रतीत हुई थी। पुलिस और STF दोनों ही इस मामले में कई दिनों से लगातार छापेमारी व निगरानी कर रहे थे।

गिरफ्तार बदमाशों ने गिरोह का पर्दाफाश किया

पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अपराधियों ने स्वीकार किया कि वे एक बड़े और संगठित गिरोह का हिस्सा हैं। उन्होंने बताया कि उनके गिरोह में कुल 8 सदस्य सक्रिय हैं। यह गिरोह शाहजहांपुर, बरेली, पीलीभीत और आस-पास के जिलों में लूट, डकैती और कई सामूहिक वारदातें करता रहा है। यह लोग अपने नेटवर्क में ऐसे अपराधियों को शामिल करते हैं जो खतरनाक वारदातों में शामिल होने से पीछे नहीं हटते। 6 नवंबर की डकैती गिरोह के प्रमुख सदस्यों ने मिलकर की थी, जिसमें 8 में से 6 लोग मौके पर मौजूद थे। अपराधियों के अनुसार, उन्होंने सहकारी संघ के कर्मचारी के आने-जाने का समय पहले से पता कर लिया था। उसी आधार पर उन्होंने वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई।

कैसे दबोचे गए अपराधी? STF की रणनीति

STF ने तकनीकी निगरानी, मुखबिर तंत्र और मोबाइल लोकेशन के आधार पर अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखी। छुपने के लिए गिरोह ने गांवों और सीमावर्ती क्षेत्रों में अस्थायी ठिकाने बना रखे थे। पिछले 48 घंटों में STF को एक पुख्ता इनपुट मिला कि दो आरोपी चांदापुर के पास देखे गए हैं। इसके बाद STF शाहजहांपुर यूनिट ने तत्काल घेराबंदी की और नागर पाल पुल के पास उन्हें पकड़ लिया।

गिरफ्तारी के समय:

  • आरोपी चार पहिया वाहन में मौजूद थे
  • वाहन में लूटी गई राशि का एक हिस्सा मिला
  • खाद रजिस्टर और सहकारी संघ से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए
  • पूछताछ में आरोपियों ने वारदात स्वीकार की

बरामदगी की विस्तृत सूची

STF ने गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों से जो सामान बरामद किया, उसमें शामिल हैं--

  • लूटी गई धनराशि
  • डकैती में इस्तेमाल चार पहिया वाहन
  • खाद रजिस्टर
  • सहकारी संघ से जुड़े दस्तावेज
  • मोबाइल फोन
  • कुछ संवेदनशील कागजात
  • ये सभी सामान सहकारी संघ चांदापुर से लूटे गए थे।
  • गिरोह चलाता था संगठित अपराध का नेटवर्क

पूछताछ के अनुसार गिरोह

  • सरकारी कार्यालयों, सहकारी समितियों, प्राइवेट फर्मों और एजेंसियों की गतिविधियों की जानकारी जुटाता था।
  • कर्मचारी या कैशियर की रूटीन ट्रैक कर उनकी कमजोरी तलाशता था।
  • फिर मौके का इंतजार कर वारदात को अंजाम देता था।
  • वारदात के बाद गिरोह जल्दी-जल्दी अलग-अलग दिशाओं में छिप जाता था।
  • गिरोह के पास छोटे-बड़े हथियार भी मौजूद होने की संभावना है। STF अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी कर रही है।

STF की त्वरित कार्रवाई-अपराधियों का दावा टूटा

STF अधिकारियों के अनुसार, गिरोह पिछले लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बचते हुए वारदात करता रहा था। गिरफ्तार आरोपी खुद को बेहद चतुर समझते थे और अलग-अलग सिम कार्ड, फर्जी आईडी और अनजान रास्तों का इस्तेमाल करते थे। लेकिन तकनीकी निगरानी और STF टीम की तेजी से उनकी चालें बेअसर हो गईं। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार,यह गिरफ्तारी STF के लिए एक बड़ी सफलता है। अब गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है और जल्द ही पूरी गैंग का सफाया किया जाएगा।

गिरफ्तार आरोपियों पर मुकदमा दर्ज

गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों के विरुद्ध थाना सहरामऊ दक्षिणी, जनपद शाहजहांपुर में मु०अ०सं० 311/2025 दर्ज किया गया है। इनमें निम्न धाराएं लगाई गई हैं-

  • धारा 310 (2), 317 (3) बीएनएस
  • धारा 3/25 आयुध अधिनियम
  • स्थानीय पुलिस इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।

अगला कदम-बड़े खुलासों की उम्मीद

STF अब गिरोह के बाकी छह सदस्यों की तलाश में विभिन्न जिलों में टीमें भेज रही है। मोबाइल डेटा, कॉल डिटेल, लोकेशन और वित्तीय लेन-देन का गहराई से विश्लेषण किया जा रहा है। जांच अधिकारी बताते हैं कि आगे पूछताछ में कई और मामलों का खुलासा संभव है, क्योंकि गिरोह पर कई जिलों में लंबित वारदातों का शक है।