Sambhal ats office front of jama masjid: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जल्द ही एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड (ATS) यूनिट स्थापित की जाएगी। यूपी सरकार ने यह फैसला तब लिया, जब पुलिस की एक गोपनीय रिपोर्ट में सामने आया कि संभल के 20 से ज्यादा लोग आतंकी गतिविधियों में संलिप्त पाए गए हैं। इस रिपोर्ट में अलकायदा, हिजबुल मुजाहिद्दीन, ISIS और सिमी जैसे संगठनों से स्थानीय कनेक्शन के पुख्ता सबूत शामिल थे। इसके बाद सरकार ने जामा मस्जिद के सामने बनी सत्यव्रत पुलिस चौकी में ATS ऑफिस खोलने का आदेश जारी किया।
ATS के आईजी प्रेम गौतम ने 8 सितंबर को संभल SP को पत्र भेजकर यूनिट स्थापित करने का प्रस्ताव दिया। इसमें कार्यालय और आवासीय व्यवस्था की बात कही गई। फिलहाल जामा मस्जिद के सामने स्थित तीन मंजिला पुलिस चौकी को एटीएस ऑफिस में तब्दील करने की तैयारी की जा रही है। यहां आधुनिक सिस्टम लगाए जा रहे हैं। इस इमारत में महाभारत से जुड़े श्लोक भी अंकित हैं और पुलिस का रेडियो ऑपरेटिंग सिस्टम भी पहले से मौजूद है।
24 नवंबर 2024 को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा में पुलिस को पाकिस्तानी मेड कारतूस मिले। जांच में सामने आया कि दंगाइयों का संबंध आतंकी संगठनों से है। एक संदिग्ध लाहौर की जेल में और दूसरा दुबई में मिला। इसी कड़ी से जांच बढ़ी और करीब 20 संदिग्ध आतंकियों के नाम पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज किए गए।
लोकल इंटेलिजेंस यूनिट, आईबी और अन्य एजेंसियों के इनपुट के आधार पर संभल के कई युवक आतंकी गतिविधियों से जुड़े पाए गए। कुछ जेल में हैं, कुछ मारे जा चुके हैं, जबकि कुछ अपनी सजा पूरी कर चुके हैं। इसके बाद SP कृष्ण विश्नोई ने ATS यूनिट की मांग की, जिस पर यूपी सरकार ने तुरंत कार्रवाई की।
संभल के दीपा राय मोहल्ले का मौलाना आसिम उमर उर्फ शन्नू अलकायदा का साउथ एशिया चीफ बना। 2019 में अमेरिकी ड्रोन हमले में वह मारा गया। उसके साथी आतंकी सईद अख्तर और शरजील अख्तर का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।
2015 में दिल्ली पुलिस ने संभल निवासी मोहम्मद आसिफ को गिरफ्तार किया, जो अलकायदा का इंडिया चीफ बताया गया। बाद में कोर्ट ने उसे 7 साल की सजा सुनाई। वहीं, 2023 में दो युवक संभल से पकड़े गए, जिन पर ISIS से जुड़े होने का आरोप है। इसके अलावा यहां के कई युवक अलग-अलग जेलों में बंद हैं, जिन पर NIA और ATS ने मुकदमे दर्ज किए हैं।
संभल में ATS ऑफिस खोलने को लेकर लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। डॉक्टर रशीक अनवर का कहना है कि यह कदम नौजवानों को सही दिशा दिखाने वाला साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि सिर्फ संभल ही नहीं बल्कि हर जिले में एटीएस यूनिट होनी चाहिए ताकि किसी भी आतंकी गतिविधि को जड़ से खत्म किया जा सके।
Published on:
13 Sept 2025 11:12 am