
MLA iqbal mahmood supports vande mataram: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश के स्कूलों में वंदे मातरम को अनिवार्य किए जाने के आदेश पर अब राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई है। इस बीच संभल से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री इकबाल महमूद ने इस आदेश का खुले तौर पर समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि जब सरकार का आदेश है तो उसका पालन होना चाहिए। उन्होंने साफ कहा- “योगी जी की सरकार है, उन्होंने जो आदेश दिया है उसका पालन होगा, इसमें विरोध करने जैसी कोई बात नहीं है।”
गुरुवार शाम संभल के रायसत्ती थाना क्षेत्र स्थित अपने आवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान इकबाल महमूद ने कहा कि वंदे मातरम को लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने अगर इसे स्कूलों में अनिवार्य किया है तो शिक्षक इसका पालन करेंगे। महमूद बोले- “जो आदेश किया गया है वह ठीक है, विरोध करना या सही-गलत बताना जरूरी नहीं। आदेश सरकार का है, तो उसका पालन हमारा कर्तव्य है।”
इकबाल महमूद ने बातचीत के दौरान ‘जन-गण-मन’ और ‘वंदे मातरम’ के बीच फर्क भी स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि ‘जन-गण-मन’ राष्ट्रगान है और इसे पूरे मन से गाना चाहिए, यह देश के सम्मान से जुड़ा है। वहीं, ‘वंदे मातरम’ अब तक अनिवार्य नहीं था और इसे गाना व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर करता है। उन्होंने यह भी कहा कि संसद, विधानसभा या राज्यसभा के सत्र शुरू होने से पहले यह गीत अक्सर गाया जाता है और वे भी सम्मान स्वरूप खड़े हो जाते हैं, भले ही शब्द याद न हों।
जब इकबाल महमूद से पूछा गया कि अगर समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तो क्या यह आदेश वापस लिया जाएगा, तो उन्होंने कहा- “यह निर्णय हमारे नेता लेंगे। वही सोचेंगे कि आदेश को जारी रखना है या नहीं।” उन्होंने स्पष्ट किया कि वे व्यक्तिगत तौर पर इस आदेश का विरोध नहीं करते, लेकिन अंतिम फैसला पार्टी का होगा।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के संभल सांसद जियाउर्रहमान बर्क पहले ही इस आदेश का विरोध कर चुके हैं और उन्होंने इसे मज़हबी दृष्टिकोण से गलत बताया था। वहीं, विधायक इकबाल महमूद का रुख काफी संयमित और समर्थनपूर्ण रहा। उन्होंने कहा कि ‘वंदे मातरम’ राष्ट्रगान नहीं है, लेकिन अगर सरकार ने इसे अनिवार्य किया है, तो उसका पालन करना चाहिए।
Published on:
13 Nov 2025 08:45 pm

