Snake Bite : कुत्ता, सांप या कोई जंगली जानवर काट ले तो झाड़-फूंक के चक्कर में ना पड़े! बिना देरी किए अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल पहुंचे। उत्तर प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों समेत सभी सीएचसी में सांप या किसी अन्य जहरीलें कीड़े के काटने से बचाने वाली वैक्सीन मौजूद हैं। कुत्तें या किसी अन्य जानवर के काटने पर भी इलाज में देरी ना करें। जल्द से जल्द जिला अस्पताल पहुंचकर वैक्सीन लगवाएं। यह बात सहारनपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ( UP CM ) योगी आदित्यनाथ ने कही।
यूपी सीएम यहां पंजाब, हिमाचल और उत्तराखंड में आई बाढ़ के पीड़ितों के लिए यूपी की ओर से इकट्ठा की गई राहत सामग्री से भरे वाहनों को रवाना करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के लिए दस करोड़ रुपये की अनुदान राशि के चेक भी दिए। इनमें से पांच करोड़ रुपये की अनुदान राशि उत्तराखंड और पांच करोड़ रुपये की अनुदान राशि हिमाचल प्रदेश को दी है। दोनों चेक मंत्री कुंवर ब्रिजेश सिंह और मंत्री जसवंत सिंह सैनी को प्रतीकात्मक रूप से दिए। सीएम ने कहा कि यूपी ने भी अभी-अभी बाढ़ जैसी आपदा देखी है लेकिन यूपी में बाढ़ से इतना नुकसान नहीं हुआ। यूपी बाढ़ से निपटने में सक्षम रहा है।
सीएम ने कहा कि, अब हमारे पड़ोसी राज्य की जनता इस त्रासदी की चपेट में हैं। सरकार के साथ-साथ जब जनता और सामाजिक संगठन मदद के लिए साथ आ जाते हैं तो आपदा से निपटना आसान हो जाता है। सीएम ने कहा कि बाढ़ के बाद बीमारी दस्तक देती है। ऐसे में गंदे पानी से डायरियां, मलेरिया, टाइफाइड और वायरल की आशंका बढ़ जाती है। इनसे बचने के लिए पीने के पानी का स्वच्छ होना आवश्यक है। इसलिए पानी को उबालकर ही पीना चाहिए। बरसात के बाद जिन इलाकों में बाढ़ नहीं भी आई हैं वहां भी पानी के दूषित होने की आशंका रहती है। इसलिए पानी को उबालकर पीना आवश्यक है। सीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपने घरों के पास और छत पर भी पानी इकट्ठा ना होने दें वर्ना तो लार्वा पैदा हो सकता है।
बाढ़ के बाद के खतरे गिनाते हुए उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान सांप और अन्य जहरीलें कीड़े से भी खतरा बताया और कहा कि यदि सांप आदि काट ले तो कभी भी झाड़-फूंक के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। सबसे पहले अस्पताल जाएं। सीएम ने लोगों के भरोसा दिलाया कि सभी सरकारी अस्पतालों में कुत्तों, सांप और अन्य जहरीलें कीड़ों के साथ-साथ अन्य जंगली जानवरों के काटने से होने वाले जानलेवा खतरे से बचाने वाले टीके और दवाइयां मौजूद हैं।
Updated on:
08 Sept 2025 04:52 pm
Published on:
08 Sept 2025 02:40 pm