
UP News : सहारनपुर के बेहट थाना क्षेत्र के गांव खिड़का जुनारदार में घर पर ही डिलीवरी कराने की कोशिश में जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई। इस घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिवार वालों ने किसी भी तरह कानूनी कार्यवाही से इंकार कर दिया है। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग के प्रति गुस्सा है। ग्रामीणों का कहना है कि घटना के लिए एएनएम जिम्मेदार है।
खिड़का जुनारदार के रहने वाले सूरजपाल की 30 वर्षीय पत्नी पारूल गर्भवती थी। परिवार वालों ने बताया कि रविवार की रात पारुल को प्रसव पीड़ा हुई। रात का समय होने की वजह से परिवार के लोग प्रसूता को लेकर बेहट क्षेत्र के ही एक प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे। यह क्लीनिक एक एएनएम का बताया जा रहा है। परिवार वालों के मुताबिक कुछ देर में क्लीनिक में रखने के बाद एएनएम ने गर्भवती महिला को घर वापस घर भेज दिया और कहा कि दोबारा दर्द होने पर वह खुद गांव पहुंच जाएगी और घर पर ही डिलीवरी करवा देगी। इस आश्वासन पर परिवार के लोग महिला को लेकर घर आ गए।
गांव वालों के अनुसार शाम को जब दोबारा से पारुल को प्रसव पीड़ा हुई तो एएनएम को बुलाया गया। कार से एएनएम गांव पहुंची और घर पर ही प्रसव करा दिया लेकिन बच्चा पेट में मरा हुआ था। आरोप है कि, एएनएम ने बिना किसी जांच के ही डिलीवरी करवा दी। डिलीवरी के बाद महिला की ब्लीडिंग नहीं रुक सकी। आरोप ये भी है कि डिलीवरी कराने के बाद एएनएम वहां से चली गई और महिला का ब्लड नहीं रुका। अधिक खून बह जाने की वजह से महिला की मौत हो गई। इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं लेकिन फिलहाल परिवार के सदस्यों ने किसी भी प्रकार की कानूनी कार्यवाही से इंकार कर दिया।
Updated on:
11 Nov 2025 09:11 am
Published on:
11 Nov 2025 09:08 am

