
बीना. कृषि उपज मंडी में उपज की डाक, नीलामी के दौरान व्यापारी बोली लगाकर दाम तय करते हैं और उसी दाम पर खरीदी करनी पड़ती है, लेकिन कुछ व्यापारी तौल के समय उपज खराब होने की बात कहकर दाम कम कर देते हैं। ऐसी स्थिति बनने पर किसान परेशान होते हैं और विवाद की स्थिति निर्मित होती है, जिससे अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ता है।
मंडी में सोयाबीन बेचने आए किसान गनेशराम ठाकुर ने बताया कि डाक, नीलामी के दौरान व्यापारी ने 4206 रुपए में बोली लगाई थी। इसके बाद जब वह व्यापारी की दुकान पर तौल कराने पहुंचे और उपज जमीन पर डाली तो व्यापारी ने उसे खराब बताते हुए 4000 रुपए क्विंटल में खरीदी करने के लिए कहा। जबकि डाक के दौरान उपज खुली ट्रॉली में होने के कारण व्यापारी उसकी क्वालिटी देखकर की दाम तय करते हैं। इसकी शिकायत किसान ने एसडीएम से की थी और उन्होंने पंचनामा कार्रवाई करते हुए फिर से डाक कराने के निर्देश दिए थे। ऐसा ही एक और मामला सामने आया, जिसपर किसान ने मंडी सचिव से शिकायत की थी और फिर उसकी उपज की तौल कराई जा सकी। हर दिन इस प्रकार के मामले सामने आते हैं और फिर विवाद की स्थिति बनती है।
दूसरी बार डाक होने पर घट जाते हैं दाम
किसानों का आरोप है कि इस प्रकार की स्थिति बनने पर जब दूसरी बार डाक, नीलामी के लिए उपज लगाते हैं, तो व्यापारी दाम कम कर देते हैं। किसानों का कहना है कि एक बार में जो दाम तय होते हैं, उसी पर खरीदी होना चाहिए।
उसी दाम पर कराई गई है तौल
शिकायत मिलने व्यापारी से बात की गई थी और डाक, नीलामी में जो दाम तय हुए थे, उसी दाम पर तौल कराई गई थी। साथ ही व्यापारियों को हिदायत भी दी गई है।
कमलेश सोनकर, सचिव, कृषि उपज मंडी, बीना
Published on:
09 Nov 2025 12:02 pm

