
बीना. भू-अभिलेख विभाग द्वारा पोर्टल अपडेट किए जाने के बाद से ऑनलाइन नामांतरण प्रक्रिया बुरी तरह प्रभावित हुई है। अपडेट का उद्देश्य पोर्टल को तेज और आधुनिक बनाना था, लेकिन इसके उलट पिछले तीन महीनों से पोर्टल ठीक से काम ही नहीं कर रहा है। नतीजतन, आम लोगों के नामांतरण जैसे जरूरी कार्य अटक गए हैं और आवेदकों को दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
आशुतोष गौतम पिछले ढाई महीने से अपने प्लाट का नामांतरण कराने के लिए चक्कर काट रहे हैं। उनका कहना है कि पोर्टल नहीं खुलने से दस्तावेज अपलोड नहीं होते और कभी सर्वर डाउन हो जाता है। तहसील कार्यालय जाने पर कहा जाता है कि पोर्टल सुधरते ही काम होगा, लेकिन कब सुधरेगा इसकी कोई तारीख नहीं। वहीं अवधेश ठाकुर का कहना है कि उन्हें मकान बनाने के लिए कई प्रक्रियाएं करनी है लेकिन रजिस्ट्री होने के बाद नामांतरण न होने से वह अपने मकान बनाने का काम नहीं कर पा रहे हैं। निशा ने बताया कि प्लॉट पर लोन लेने के लिए प्लाट का नामांतरण जरूरी है, लेकिन पोर्टल की दिक्कत के कारण उनका आवेदन आगे नहीं बढ़ पा रहा।
लोगों का कहना है कि यदि जल्द समाधान नहीं मिला तो उनकी आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होंगी। उधर विभागीय अधिकारियों का कहना है कि तकनीकी टीम लगातार समस्या को ठीक करने में लगी है और पोर्टल जल्द सामान्य रूप से काम करेगा।
Published on:
21 Nov 2025 11:54 am

