बीना. संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में बुधवार को ग्राम बिलाखना, बिल्धव और गढ़ौली में कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें किसानों को जागरूक किया गया।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त कृषि अधिकारी भगवान सिंह ठाकुर ने किसानों को बताया कि आधुनिक समय में रासायनिक खाद और कीटनाशकों का अत्याधिक प्रयोग मिट्टी की उर्वरता, उसकी संरचना को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है। यही कारण है कि सरकार किसानों को प्राकृतिक और जैविक खेती की ओर प्रेरित कर रही है। साथ ही डीएपी के विकल्प उर्वरकों की जानकारी भी किसानों को दी। एसडीओ जयदत्त शर्मा ने किसानों को मिट्टी में कार्बन तत्व बढ़ाने के तरीके बताए। विभिन्न जैविक विधियों जैसे जीवामृत, गोबर की खाद, हरी खाद आदि की जानकारी दी और समझाया कि इन तरीकों से न केवल फसल की गुणवत्ता बढ़ती है, बल्कि मिट्टी भी उपजाऊ बनी रहती है। एसएडीओ अवधेश राय ने नरवाई प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। संगोष्ठी में उपस्थित किसानों ने जाना कि किस प्रकार जैविक विधियों से सफलतापूर्वक खेती की जा सकती है। जैविक तरीकों से उगाई गई फसलें, सब्जियां और फल न केवल स्वादिष्ट व पौष्टिक होते हैं, बल्कि उपज का बाजार में भी अधिक मूल्य प्राप्त होता है। कार्यक्रम में कृषि विभाग से एडीओ दीपेश मोघे, एइओ अजहर उद्दीन, अभिषेक कौशिक, सत्यम कुर्मी सहित करीब 50 किसान सक्रिय रूप से उपस्थित थे। यह आयोजन संयुक्त किसान मोर्चा के संभाग अध्यक्ष सीताराम ठाकुर, जिलाध्यक्ष प्रतिपाल सिंह, अरविंद पटेल द्वारा किया गया।
Published on:
25 Sept 2025 12:13 pm