
MP News : एक तरफ जहां आजाद भारत के 78 साल बीत जाने के बाद सरकार द्वारा देश में जात-पात और ऊंच-नीच के भेद खत्म करने और सबकों बराबरी के अधिकार देने के दावे किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ आधुनिक युग के इस भारत में कुछ लोग फूहड़ मानसिकता का उदाहरण देते हुए वर्ण-जाति का अंतर बताकर इंसानों-इंसानों में फर्क होने का दावा करते हुए उन्हें दबाने का प्रयास करते हैं। इसकी ताजा बानगी देखने को मिली मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में, जहां के दबंगों को अपने घर के सामने से एक दुल्हन की बिंदोली निकलना इस लिए नागवार गुजरा कि, वो दलित वर्ग से थी।
मार्ग से बिंदोली लेकर निकलती दलित दुल्हन पर क्षेत्र के दबंग इस कदर नाराजगी जताई कि उन्होंने दुल्हन पक्ष का रास्ता रोककर उन्हें जमकर जातिसूचक गालियां दे डालीं। यही नहीं, उनके साथ मारपीट पर उतारू हो गए। देखते ही देखते हालात इस कदर तनावपूर्ण हो गए कि, मामले में पुलिस को संज्ञान लेना पड़ा। हालात नियंत्रित करने के बाद पुलिस सुरक्षा में दुल्हन को आगे की रस्में पूरी करनी पड़ीं।

दरअसल, जिले के अंतर्गत आने वाले बड़ावदा थाना इलाके के लखमाखेड़ी गांव में सब्जी बेचने वाले दलित सुरेश कटारिया की बेटी की शादी 26 नवंबर को है। उससे पहले सोमवार को गांव में दुल्हन को बैठकर बिंदोली निकाली जा रही थी। पीड़ित पिता ने बताया कि, वे गांव के बापू सिंह के घर के बाहर पहुंचे थे। इस दौरान बाहर निकलकर उन्होंने पूछा कि वे बिंदोली यहां से क्यों निकाल रहे हो? कुछ देर बाद वहां गांव के कुशाल सिंह, कुलदीप सिंह और गोविंद सिंह समेत अन्य लोग वहां पहुंच गए और उन्हें जाति सूचक गाली देते हुए रास्ता रोक दिया।

पीड़ित पक्ष ने इसकी शिकायत पुलिस से की। जिसके बाद थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले को शांत करवाया। पुलिस सुरक्षा में दलित दुल्हन की बिंदोली निकाली गई।पुलिस ने इस मामले में 5 नामजद सहित अन्य के खिलाफ बीएनएस की धारा 176 और एससी-एसटी एक्ट में प्रकरण दर्ज किया है।
Published on:
26 Nov 2025 07:06 am

