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चारभुजा में सड़क हादसे में महिला की मौत, ग्रामीणों ने तीन घंटे जाम किया सड़क

चारभुजा थाना क्षेत्र के अंतर्गत चारभुजा-गोमती मार्ग पर भोपजी की भागल में रविवार रात्रि एक दर्दनाक हादसा हो गया।

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Road Accident news

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चारभुजा. चारभुजा थाना क्षेत्र के अंतर्गत चारभुजा-गोमती मार्ग पर भोपजी की भागल में रविवार रात्रि एक दर्दनाक हादसा हो गया। खेत से घर लौट रही महिला को एक तेज़ रफ्तार अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में महिला करीब 15 फीट तक वाहन से घसीटती हुई बिजली के खंभे से जा टकराई और गंभीर रूप से घायल हो गई। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वाहन चालक नशे की हालत में था और उसका संबंध थूराबड़ पंचायत के चदाणा की भागल से बताया जा रहा है। मौके पर मौजूद परिजनों ने आरोपी चालक को पकड़ भी लिया था, लेकिन वह मौका देखकर फरार हो गया।

एंबुलेंस देरी से पहुंची, परिजनों ने जताया आक्रोश

हादसे की सूचना पर ग्रामीणों ने एंबुलेंस को बुलाया, परंतु देर से पहुंचने पर परिजनों ने एंबुलेंस चालक और एमटी से धक्का-मुक्की की। एंबुलेंस चालक ने चारभुजा थाने में घटना की सूचना दी, जिस पर पुलिस का जवान मौके पर पहुंचा। लेकिन परिजनों और पुलिस के बीच भी कहासुनी हो गई। इस दौरान मृतका के बेटे कन्हैयालाल भील ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगा दिया। विवाद बढ़ने पर सोमवार सुबह ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया।

सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक सड़क जाम

सोमवार सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक ग्रामीणों ने चारभुजा-गोमती मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। इस दौरान यातायात पूरी तरह बाधित रहा। गोमती से आने वाले वाहनों को रोक दिया गया, जबकि चारभुजा से उदयपुर जाने वाले वाहनों को पड़ासली मार्ग से डायवर्ट किया गया। ग्रामीणों के समझाने-बुझाने के प्रयास असफल रहे, जिसके बाद चार थानों का पुलिस जाप्ता मौके पर बुलाया गया।

वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे, वार्ता के बाद खुला जाम

घटनास्थल पर कुंभलगढ़ उपखंड अधिकारी साक्षी पुरी, कुंभलगढ़ वृत उप अधीक्षक ज्ञानेंद्र सिंह राठौड़, चारभुजा तहसीलदार तोलाराम देवासी और थाना अधिकारी कन्हैयालाल पहुंचे। अधिकारियों ने मृतका के परिजनों और ग्रामीण प्रतिनिधियों से वार्ता की। परिजनों ने प्रशासन के समक्ष तीन प्रमुख मांगें रखीं कि मृतका के परिवार को मुआवजा दिया जाए। जहां पर हादसा हुआ है, उस सड़क के ढलान क्षेत्र में स्पीड ब्रेकर बनाए जाएँ क्योंकि वहां विद्यालय के बच्चे भी आवागमन करते हैं। मृतका के बेटे कन्हैयालाल के साथ कथित मारपीट करने वाले पुलिस जवान को निलंबित किया जाए।

प्रशासन ने दिया आश्वासन

उपखंड अधिकारी साक्षी पुरी और डीएसपी ज्ञानेंद्र सिंह राठौड़ ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि जहां दुर्घटना हुई है, वहां शीघ्र स्पीड ब्रेकर लगवाए जाएंगे। यदि मृतका बीपीएल सूची में दर्ज हैं, तो मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत मुआवजा दिलवाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। आरोपी वाहन चालक की शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी। पुलिस जवान पर लगाए गए आरोप की जांच निष्पक्ष रूप से कराई जाएगी, और जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने करीब तीन घंटे बाद जाम समाप्त किया और यातायात सामान्य हुआ।

घटना का विवरण

थाना अधिकारी कन्हैयालाल ने बताया कि मृतका सोहनी देवी भील (40 वर्ष) पत्नी प्रथा राम भील, निवासी कुंडा भील बस्ती, भोपजी की भागल, रविवार शाम अपने खेत से घास का पूला सिर पर रखकर घर लौट रही थीं। उसी दौरान गोमती की ओर से तेज गति से आ रही एक वैन ने उन्हें टक्कर मार दी। महिला 15 फीट तक वाहन के साथ घसीटती हुई बिजली के खंभे से टकरा गई और गंभीर रूप से घायल हो गई। एंबुलेंस द्वारा घायलावस्था में उसे जिला अस्पताल राजसमंद ले जाया गया, जहाँ उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।चारभुजा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मोर्चरी में मृतका का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।

घटनास्थल पर मौजूद अधिकारी और जनप्रतिनिधि

घटनास्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे जिनमें वक्तावर गुर्जर, शिवलाल गुर्जर, रमेशचंद्र गुर्जर, मक्खन सिंह, देवीलाल सहित अनेक महिलाएं और ग्रामीणजन शामिल थे। वहीं प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों में केलवा थाना प्रभारी लक्ष्मण बिश्नोई, राजनगर कोतवाली सीआई सवाई सिंह, कुंभलगढ़ थाना प्रभारी विशाल गवारिया, चारभुजा थाना प्रभारी कन्हैयालाल, एएसआई कालूराम, हरि सिंह सहित पर्याप्त पुलिस जाप्ता मौजूद रहा।

लोगों ने जताई नाराज़गी, बोले: सड़क की ढलान बनी हादसों का कारण

ग्रामीणों का कहना है कि जिस स्थान पर यह हादसा हुआ, वहां सड़क का ढलान काफी खतरनाक है। आए दिन वाहन अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। वहाँ न स्कूल जाने वाले बच्चों की सुरक्षा है, न राहगीरों की। ग्रामीणों ने प्रशासन से अनुरोध किया कि सड़क पर स्थायी सुरक्षा उपाय किए जाएँ, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।