Patrika Logo
Switch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

प्लस

प्लस

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

कुंभलगढ़ की दीवारों पर दुनिया की नजरें: रोशनी, रील्स और रचनात्मकता का नया संगम

अरावली की ऊंची पहाड़ियों पर स्थित ऐतिहासिक कुंभलगढ़ दुर्ग अब नया रूप लेकर विश्व पर्यटन के मानचित्र पर तेजी से उभर रहा है।

Kumbhalgarh Fort
Kumbhalgarh Fort

कुंभलगढ़. अरावली की ऊंची पहाड़ियों पर स्थित ऐतिहासिक कुंभलगढ़ दुर्ग अब नया रूप लेकर विश्व पर्यटन के मानचित्र पर तेजी से उभर रहा है। कभी मेवाड़ की सुरक्षा ढाल रहा यह किला अब उस मंच में बदल चुका है, जहां इतिहास, प्रकृति और रचनात्मकता एक साथ जीवंत हो उठते हैं। बीते कुछ वर्षों में यहां आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है। रात के समय सुनहरी रोशनी से नहाई प्राचीरें, विशाल किलेबंदी और पहाड़ों की शांत हवा ऐसा अनुभव कराती हैं, जैसे सदियों पुरानी कहानियां फिर से जीवन पा गई हों। इन मनोहारी दृश्यों का प्रभाव उन रचनाकारों पर गहरी छाप छोड़ रहा है, जो कैमरे, स्केच, शब्द या डिजिटल माध्यम से दुनिया को नए रूप में देखते हैं।

कैमरे में कैद हो रहा नया कुंभलगढ़

फिल्मनिर्माता, फोटोग्राफर, इंस्टाग्राम रील क्रिएटर्स और यूट्यूबर्स लगातार कुंभलगढ़ की सुंदरता को नए नजरिए से दुनिया तक पहुँचा रहे हैं। किले की दीवारों पर दौड़ती रोशनी, गलियों में छिपे इतिहास और पहाड़ी वातावरण की शांति—इन सभी को लघु वीडियो, यात्रा- व्लॉग और फोटो सीरीज के रूप में विश्वभर के डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर वायरल होते देखा जा रहा है। कुंभलगढ़ अब सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि रचनात्मक प्रेरणा का एक नया केंद्र बन चुका है।

स्थानीय व्यवसाय में नई जान

स्थानीय पर्यटन व्यवसायी बिशन सिंह राणावत का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में पर्यटकों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुँची है। वहीं होटल संघ अध्यक्ष भरतपाल सिंह शेखावत बताते हैं कि डिजिटल लोकप्रियता के कारण सप्ताहांत पर अधिकांश होटल और रिसॉर्ट पूरी तरह बुक रहते हैं। यही नहीं होमस्टे, हस्तशिल्प व्यवसाय, जंगल सफारी सेवाएँ, गाइड, स्थानीय दुकानदार और अन्य संबंधित व्यवसायों की आय में भी सीधा लाभ देखा जा रहा है। डिजिटल रचनाकारों की निरंतर मौजूदगी ने स्थानीय अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा और स्थायी विकास की दिशा में सकारात्मक प्रभाव डाला है।

सोशल मीडिया पर छाया कुंभलगढ़

इंस्टाग्रामक्रिएटर्स कुंभलगढ़ को नई दृश्यात्मक कहानियों के रूप में वैश्विक मंच तक पहुँचा रहे हैं। वहीं यूट्यूब यात्रा-व्लॉगर्स इसे “भारत का अनदेखा खजाना” और “द ग्रेट वॉल ऑफ इंडिया” जैसी उपमाएँ देकर प्रस्तुत कर रहे हैं। ट्रैवल एजेंसियाँ और अंतरराष्ट्रीय टूर प्लानर्स भी अब कुंभलगढ़ को हाई-डिमांड डेस्टिनेशन की श्रेणी में शामिल कर रहे हैं।

भविष्य में संभावित वैश्विक आइकॉन

पर्यटन विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह रुझान इसी गति से जारी रहा तो कुंभलगढ़ को आने वाले वर्षों में दुनिया के प्रमुख यात्रा स्थलों की सूची में स्थान मिल सकता है जहां लोग एक बार जरूर जाने का सपना देखते हैं। कुंभलगढ़ की खास पहचान सिर्फ भव्य किलेबंदी में ही नहीं, बल्कि उस अनोखे अनुभव में है जिसमें इतिहास की फुसफुसाहट, प्रकृति की शांति, और आधुनिक दुनिया की रचनात्मकता तीनों का अनूठा संगम महसूस होता है। आज कुंभलगढ़ सिर्फ यात्रा का स्थान नहीं, बल्कि एक वैश्विक यात्रा-कहानी बन चुका है, जो हर नए आगंतुक के कैमरे और शब्दों में फिर से लिखी जा रही है।