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राजसमंद जिला प्रदेश में 13वें पायदान पर, सीकर शीर्ष पर

राजसमंद जिले के आमेट ब्लॉक ने अक्टूबर माह की शिक्षा रैंकिंग में शानदार प्रदर्शन करते हुए जिले में पहला स्थान हासिल किया है।

Secondary education News
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राजसमंद. राजसमंद जिले के आमेट ब्लॉक ने अक्टूबर माह की शिक्षा रैंकिंग में शानदार प्रदर्शन करते हुए जिले में पहला स्थान हासिल किया है। साथ ही पूरे प्रदेश में यह ब्लॉक 30वें स्थान पर पहुंच गया है। शिक्षा विभाग द्वारा 11 नवंबर को जारी जिला एवं ब्लॉक की संयुक्त रैंकिंग के अनुसार, राजसमंद जिला प्रदेश में 13वें स्थान पर रहा है। इस बार शिक्षा विभाग ने केवल जिलों की नहीं बल्कि ब्लॉकों की भी रैंकिंग जारी की है, जिसमें 41 जिले और 358 ब्लॉक शामिल किए गए। रैंकिंग में सीकर जिला प्रदेश में शीर्ष पर रहा, जबकि बांसवाड़ा, ब्यावर और जोधपुर अंतिम तीन पायदानों पर रहे।

राजसमंद जिले के ब्लॉकों की रैंकिंग (अक्टूबर माह)

क्रमांकब्लॉकजिले में स्थानप्रदेश में स्थानस्कोर
1आमेट13052.85
2भीम24752.04
3राजसमंद35451.88
4देलवाड़ा410551.02
5देवगढ़512950.60
6कुंभलगढ़613650.44
7खमनोर713950.40
8रेलमगरा827346.88

उदयपुर संभाग के जिलों की रैंकिंग

क्रमांकजिलास्थानस्कोर
1डूंगरपुर451.63
2राजसमंद1350.51
3चित्तौड़गढ़1849.15
4उदयपुर2247.85
5सालूम्बर3244.72
6प्रतापगढ़3344.10
7बांसवाड़ा4133.02

आमेट ब्लॉक की सफलता की कहानी: सातवें से पहले स्थान तक का सफर

जिले में कुल आठ ब्लॉक हैं। आमेट ब्लॉक जुलाई माह में जिले में सातवें स्थान पर था। अगस्त और सितंबर में यह दूसरे स्थान पर पहुंचा, और अक्टूबर में पहले स्थान पर छलांग लगाकर शीर्ष पर पहुंच गया। इस उल्लेखनीय सुधार का श्रेय अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रथम नारायण सिंह राव को दिया जा रहा है, जिन्होंने अगस्त के पहले सप्ताह में कार्यभार संभाला था। उनके नेतृत्व में ब्लॉक के शिक्षा परिणामों और प्रशासनिक प्रबंधन में उल्लेखनीय सुधार दर्ज हुआ है।

जहां कार्यवाहक अधिकारी, वहां बेहतर प्रदर्शन

दिलचस्प बात यह रही कि जिन ब्लॉकों में मुख्य शिक्षा अधिकारी के पद रिक्त हैं, वहां का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा। आमेट और भीम ब्लॉक, दोनों ही स्थानों पर मुख्य शिक्षा अधिकारी का पद रिक्त है, फिर भी इन दोनों ने जिले में शीर्ष दो स्थान प्राप्त किए हैं। इसके विपरीत, जिन ब्लॉकों में अधिकारी कार्यरत हैं, वहां रैंकिंग में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ है। यह स्थिति इस तथ्य की ओर संकेत करती है कि जहां जिम्मेदारी का निर्वहन कार्यवाहक अधिकारी कर रहे हैं, वहां मैदान स्तर पर अधिक सजगता और अनुशासन देखा जा रहा है।

रैंकिंग के मानक: चार श्रेणियों में तय हुए अंक

शिक्षा विभाग ने स्कूलों की रैंकिंग के लिए चार प्रमुख श्रेणियों को आधार बनाया है—

  • शैक्षणिक श्रेणी – 100 अंक
  • नामांकन – 20 अंक
  • सामुदायिक सहभागिता – 20 अंक
  • आधारभूत सुविधाएं – 10 अंक
  • ये श्रेणिया उपखंडों में विभाजित
  • शैक्षणिक श्रेणी: 7 उपबिंदु
  • नामांकन व सामुदायिक सहभागिता: प्रत्येक में 3-3 बिंदु
  • आधारभूत सुविधाएं: 2 बिंदु

इन्हीं के आधार पर हर जिले और ब्लॉक का मूल्यांकन कर अंतिम स्कोर तय किया गया।

राजसमंद की प्रगति और संभावनाएं

राजसमंद जिले ने प्रदेश स्तर पर 50.51 अंक प्राप्त करते हुए 13वां स्थान हासिल किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इसी प्रकार फील्ड स्तर पर निगरानी, स्कूल उपस्थिति, और शिक्षण गुणवत्ता पर ध्यान दिया गया तो राजसमंद आने वाले महीनों में शीर्ष 10 जिलों में शामिल हो सकता है।

आमेट ब्लॉक: सुधार के मॉडल के रूप में उभरा

आमेट ब्लॉक का प्रदर्शन जिले के लिए प्रेरणादायक है। शिक्षकों की उपस्थिति, विद्यार्थियों के परिणाम, स्कूलों में सामुदायिक सहयोग और आधारभूत सुविधाओं में लगातार सुधार देखने को मिला है। अतिरिक्त बीईईओ नारायण सिंह राव ने कहा कि ब्लॉक में शिक्षकों की टीम भावना, नियमित मॉनिटरिंग और समुदाय के सहयोग से यह उपलब्धि संभव हुई है। लक्ष्य है कि आगामी महीनों में प्रदेश स्तर पर आमेट ब्लॉक शीर्ष 10 में पहुंचे।