
Road Accident: बालोद से लेकर कोहका बॉर्डर की ओर एनएच-930 का निर्माण हुआ है। इस सड़क निर्माण के पीछे छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों को जोड़ना है, पर ठेकेदार की ओर से इस सड़क की गुणवत्ता को लेकर जरा भी ध्यान नहीं दिया गया। नतीजा यह है कि सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढों में फंसकर आए दिन वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। लोगों की जान भी जा रही है।
शुक्रवार को भी सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई। इससे आक्रोशित कांग्रेसियों ने शनिवार को मानपुर बस स्टैंड के सामने धरना देने के बाद एनएच पर चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शन के चलते एक घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। कांग्रेसियों ने ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर की मांग करते हुए थाने में भी आवेदन दिया है। एनएच पर मरम्मत के नाम पर गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है। इसी गड्ढे की वजह से शुक्रवार को एक कार चालक ने लापरवाही से वाहन चलाते हुए बाइक सवार युवक को ठोकर मार दी। इससे मौके पर ही युवक की मौत हो गई। इस मार्ग पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। इससे आक्रोश बढ़ता गया।
मानपुर बस स्टैंड में ग्रामीणों और कांग्रेसी नेताओं ने मिलकर राष्ट्रीय राजमार्ग 930 पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और चक्काजाम कर दिया। यह प्रदर्शन झलमला (बालोद) से लेकर कोहका (महाराष्ट्र बॉर्डर) तक बने निर्माणाधीन सड़क की खस्ता हालत को लेकर था, जिसमें गडढे और अन्य खामियां देखी जा रही हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सड़क निर्माण के छह महीने के भीतर ही गड्ढों से भर चुकी है और इससे आए दिन हादसे हो रहे हैं।
क्षेत्रवासियों का आरोप है कि निर्माण कार्य पूरा होने के बावजूद सड़क में गड्ढों की भरमार हो गई है, जिनकी वजह से दुर्घटनाओं का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले सप्ताह जबकसा नदी के पास एक गड्ढे में गिरकर एक युवक की मौत हो गई थी, जबकि मल्हार मोड के पास एक मोटरसाइकिल और बड़े वाहन के बीच हुई टक्कर में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इन घटनाओं के बाद क्षेत्र में माहौल गर्म हो गया था और शनिवार को इस गंभीर मुद्दे पर प्रदर्शन किया गया।
Road Accident: नेशनल हाईवे 930 के ठेकेदार के खिलाफ भी प्रदर्शनकारियों ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं और मांग की है कि सड़क निर्माण कार्य में सुधार किया जाए। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि सड़क पर खोदे गए गड्ढों के आसपास कोई चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगाए गए, जिससे हादसों में और इजाफा हो रहा है। कार्रवाई की मांग की गई।
इस प्रदर्शन के दौरान मानपुर तहसीलदार ने बीच-बचाव की कोशिश की और प्रदर्शनकारियों को एक सप्ताह का समय दिया गया है, जिसमें गड्ढों को भरने का काम शुरू करने की बात कही गई है। तहसीलदार ने प्रशासन के स्तर पर ठोस कदम उठाने का भरोसा दिया। हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि अब वे किसी और धोखाधड़ी या समय की बर्बादी को स्वीकार नहीं करेंगे।
Published on:
09 Nov 2025 06:55 pm

