
CG News: खैरागढ़ जिले में नक्सल संगठन की सक्रिय सदस्य कमला सोढ़ी ने बिना हथियार के 12 किलोमीटर पैदल चलकर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। यह घटना पुलिस और सुरक्षा बलों के लिए महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, क्योंकि कमला के आत्मसमर्पण के बाद कई अहम जानकारी पुलिस को प्राप्त हुई है, जो नक्सल उन्मूलन अभियान में सहायक हो सकती हैं।
आईजी अभिषेक शांडिल्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कमला सोढ़ी अपने एक साथी के साथ आत्मसमर्पण करने के लिए बस्तर जिले से निकली थी। 12 किलोमीटर पैदल चलने के बाद वह बकरकट्टा थाने में आत्मसमर्पण करने पहुंची, जबकि साथी महिला ने मध्यप्रदेश के बालाघाट का रास्ता अपनाया।
आईजी शांडिल्य ने स्पष्ट किया कि कमला के पास कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है, क्योंकि सुरक्षा कारणों से उसे हथियार लेकर आत्मसमर्पण करने की अनुमति नहीं दी गई थी। हालांकि संगठन ने उसे एक थ्री नॉट थ्री (3.3) हथियार दिया था। कमला के आत्मसमर्पण के बाद पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जो नक्सल उन्मूलन अभियान को और मजबूत करने में मददगार साबित हो सकते हैं। यह जानकारी पुलिस की जांच में अहम भूमिका निभा सकती है।
आईजी शांडिल्य ने यह भी बताया कि कमला सोढ़ी शादीशुदा है और उसके पति का नाम भी नक्सल संगठन से जुड़ा था। मार्च 2025 में बस्तर जिले में पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में कमला के पति को मार गिराया गया था। कमला के समर्पण के बाद पुलिस अब उससे जुड़े और महत्वपूर्ण सुराग प्राप्त करने के प्रयास कर रही है, जो नक्सल उन्मूलन अभियान में अगले कुछ महीनों में काफी मददगार साबित हो सकते हैं।
आईजी ने कहा कि खैरागढ़ जिला पहले ही नक्सलमुक्त हो चुका है और अब जिले में नक्सलियों का कोई खास प्रभाव नहीं है। कमला के मुख्यधारा में लौटने के बाद पुलिस ने उसे नक्सल उन्मूलन नीति के तहत 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की है।
Published on:
07 Nov 2025 11:10 am

