
Raipur News: दो मासूमों की मौत पर हीरापुर जरवाय क्षेत्र दूसरे दिन भी शोक में डूबा रहा। बिल्डर की लापरवाही से जिन दो परिवारों के घरों के चिराग बुझे उनके घरों में चूल्हे नहीं जले। माताएं बेसुध रहीं, घरों में मातम पसरा रहा। वहीं, दूसरे दिन भी बिल्डर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, निगम ने घटना स्थल के पास नेट की जाली लगाकर छोड़ दिया।
ऐसी हृदय विदारक कई घटनाएं राजधानी में होने के बावजूद नगर निगम के जिम्मेदारों की नींद नहीं टूट रही है। नक्शा पास करने के दौरान टीन शेड, ग्रीननेट लगाने, उसका पालन बिल्डर, निर्माण ठेकेदार से लेकर आर्किटेक्ट के लिए निगम के फाइलों में दर्ज है, लेकिन जमीनी स्तर पर पालन नहीं कराया जाता है।
ऐसी ही दर्दनाक घटना निगम के जोन 5 कार्यालय के ठीक पीछे हुई थी। कॉम्प्लेक्स निर्माण के लिए लंबा-चौड़ा गड्ढा खोदा गया था, जिसमें भी दो बच्चों मोहम्मद आवेश और आबिद खत्री की डूबने से ही मौत हो गई थी। उस जगह को न तो टीन शेड से और न ही ग्रीननेट से घेरा गया गया था। दो साल पहले निगम प्रशासन ने नियमों का उल्लंघन करने पर निर्माण कराने वाले और आर्किटेक्ट दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया था, लेकिन हीरापुर जरवाय की घटना पर मुआवजा का पर्दा डाला जा रहा है।
परिवार के बीच पहुंचे निगम नेता प्रतिपक्ष
नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष आकाश तिवारी शोक संतप्त परिवार के बीच पहुंचे। उन्हें ढांढस बंधाया और उनकी बातों को सुना। दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करवाने संघर्ष करने का भरोसा दिलाया। बिल्डर के निर्माण स्थल का भी जायजा लिया। उन्होंने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि बिल्डर नवकार बिल्डकॉन ने 30 फीट गहरा गड्ढा खोदकर खुला छोड़ा हुआ था, वहां खतरनाक स्थिति है।
Published on:
12 Nov 2025 10:07 am

