शहर के भाठागांव के पास मेन राइजिंग पाइप लाइन का लीकेज सुधारने के लिए 20 घंटे लगातार काम चला। 15 फीट गहरा गड्ढा खोदने के बाद लीकेज ट्रेस हुआ। इस दौरान 20 से 25 कर्मचारी पूरी रात काम में लगे रहे तब जाकर शनिवार को शाम चार बजे तक पाइप लाइन ठीक हो सकी। ऐसी स्थिति में जोन स्तर पर 20 से अधिक टैंकरों से शहर में जलापूर्ति सप्लाई कराई गई, क्योंकि मरम्म्त के चलते फिल्टर प्लांट शटडाउन था।
फिल्टर प्लांट के कार्यपालन अभियंता नरसिंह फरेंद्र लगातार मौके पर मॉनिटरिंग करते रहे। 1400 एमएम व्यास की मोटी इस मेन राइजिंग पाइप लाइन से ही 150 और 80 एमएलडी का प्लांट भरता है, जो खाली रहा। इससे 32 टंकियों से शहर के लगभग 10 लाख की आबादी को शाम को मामूली पानी मिल पाया। हालांकि निगम की पूरी टीम टैंकरों के अलावा शहर के 22 बोरवेल से आपूर्ति करने की व्यवस्था बनाई। लेकिन, राहत की बात यह रही कि शुक्रवार शाम के समय टंकियों को भर लिया था, इसलिए सुबह लोगों के घरों में जलापूर्ति सामान्य हुई। फरेंद्र ने बताया कि शुक्रवार को रात 9 बजे से पूरी टीम लीकेज को सुधारने में लगाया गया।
पाइप लाइन का लीकेज शुक्रवार भोर 4 बजे के आसपास ट्रेस हुआ। इसके चारों तरफ गहरा गड्ढा खोदकर तकनीकी अमले को नीचे उतारा गया। जिस जगह पर मेन राइजिंग लाइन में लीकेज था उस हिस्से को काटकर दोनों साइड बिल्डिंग कराई गई। अफसरों के अनुसार सुधार कार्य शनिवार को शाम 4 बजे तक लगातार चला। इस वजह से फिल्टर प्लांट बंद रहा। इस दौरान महापौर मीनल चौबे और निगम आयुक्त विश्वदीप ने निगम मुख्यालय में पेयजल आपूर्ति को लेकर जल कार्य विभाग के अफसरों की बैठक ली और शहर के लोगों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की लगातार मॉनिटरिंग का निर्देश दिया।
मेन राइजिंग पाइप लाइन का यह बड़ा लीकेज था। इससे अधिकांश पानी बह जाता था। जिसे अब सुधार लिया गया है। फिल्टर प्लांट के कार्यपालन अभियंता नरसिंह फरेंद्र ने बताया कि शाम के समय 20 बोरवेल और 20 टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था बनाई गई। टंकियों में सुबह का जो पानी बचा हुआ था उसे सप्लाई कराया गया, इसलिए ज्यादा परेशानी लोगों को नहीं हुई। क्योंकि सुबह के समय आम दिनों के तरह जलापूर्ति करने के लिए फिल्टर प्लांट का भर लिया गया था। इसके बाद शटडाउन लिया। अब रविवार से नियमित रूप से सुबह-शाम जलापूर्ति होगी।
Published on:
14 Sept 2025 12:22 am