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धान खरीदी केंद्रों में मनमानी! प्रबंधक ने अपने बेटे को ही बना दिया लिपिक, जांच के नाम पर लीपापोती

Paddy procurement: धान खरीदी शुरू होने से पहले ही सहकारिता विभाग के उपार्जन केंद्रों में मनमानी का खेल सामने आ रहा है।

प्रबंधक ने अपने बेटे को ही बना दिया लिपिक (photo source- Patrika)
प्रबंधक ने अपने बेटे को ही बना दिया लिपिक (photo source- Patrika)

Paddy procurement: धान खरीदी शुरू होने के पूर्व ही उपार्जन केंद्रों में गड़बड़ी का जाल बिछाने के लिए खुलकर मनमानी की जा रही है। कहीं पर प्राधिकृत अधिकारी द्वारा बिना अधिकार के प्रबंधक नियुक्त कर दिया जा रहा है तो कहीं प्रबंधक पिता द्वारा पुत्र को उसी केंद्र में लिपिक नियुक्त कर दिया जा रहा है। आश्चर्य की बात तो यह है कि इन मामलों के सामने आने के बाद सकारिता विभाग जांच के नाम पर मामले को दबाते हुए नजर आ रहा है।

करीब एक माह पूर्व कोड़ासिया उपार्जन केंद्र के अंतर्गत आने वाले किसानों ने कलेक्टर से लेकर सीएम तक प्रबंधक त्रिलोचन बेहरा के खिलाफ शिकायत किया था। शिकायत में बताया गया था कि कोड़ासिया उपार्जन केंद्र में ही त्रिलोचन बेहरा अपने पुत्र सुशील बेहरा को नियमों को ताक पर रखते हुए लिपिक नियुक्त कर दिया गया है। दोनो पिता-पुत्र मिलकर खुले रूप से मनमानी कर रहे हैं जिसके कारण किसानों को फसल का भुगतान अब तक नहीं मिला है।

Paddy procurement: शिकायतों को दबाने का प्रयास

इस मामले में कलेक्टर के निर्देश पर सहकारिता विभाग के उप पंजीयक ने सहायक आयुक्त सहकारिता और सहकारिता विस्तार अधिकारी की टीम बनाकर जांच करने का निर्देश दिया, लेकिन एक माह बाद भी जांच प्रतिवेदन तो दूर की बात है अब तक संबंधितों के बयान लेने का कार्य नहीं हो पाया है। इसी प्रकार करीब पखवाड़े भर पूर्व तुरेकेला उपार्जन केंद्र में प्राधिकृत अधिकारी द्वारा बिना अधिकार के प्रबंधक की नियुक्ति कर दी गई थी।

इसको लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम व उप पंजीयक सहकारिता से शिकायत किया था, लेकिन इस मामले में भी देखा जाए तो अब तक जांच प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है। कुलमिलाकर देखा जाए तो दोनो ही मामले में सहकारिता विभाग द्वारा शिकायतों को दबाने का प्रयास किया जा रहा है जिसके कारण अब तक जांच शुरू नहीं किया गया है।

उप पंजीयक को नोटिस जारी

Paddy procurement: अपर कलेक्टर ने सहकारिता विभाग के उप पंजीयक को 2 सितंबर को एक नोटिस जारी किया है। जिसमें मंत्री व कलेक्टर से आने वाले शिकायतों की जांच में लापरवाही बरतने का हवाला दिया गया है। इसमें 2 शिकायतों की जांच प्रतिवेदन लंबित होना बताते हुए 3 दिनों के भीतर जांच प्रतिवेदन पेश करने का अल्टीमेटम दिया गया था। लेकिन इन दोनों प्रकरण में अब तक जांच शुरू नहीं किया गया है।

व्यासनारायण साहू, उप पंजीयक सहाकारिता विभाग: कोड़ासिया प्रबंधक की शिकायत और तुरेकेला में बिना अधिकार के प्रबंधक नियुक्ति मामले में जांच चल रहा है। अभी तक प्रतिवेदन मेरे पास नहीं आया है। प्रतिवेदन आने के बाद ही कुछ बता पाऊंगा।