
इस बार उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी पड़ने के आसार हैं। नवंबर की शुरुआत के साथ ही ठंड का असर महसूस होने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, इस साल प्रशांत महासागर में ला नीना की स्थिति विकसित हो रही है, जिसके कारण यूपी समेत कई राज्यों में सामान्य से अधिक ठंड और बारिश की संभावना जताई जा रही है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि करीब पांच साल बाद नवंबर महीने में इतनी जल्दी सर्दी की शुरुआत हुई है। इससे पहले वर्ष 2020 में नवंबर में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। इस बार भी तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। वैज्ञानिकों के अनुसार, ठंड का यह असर दिसंबर और जनवरी में और ज्यादा बढ़ेगा तथा सर्दी का दौर लंबा चलेगा।
ला नीना एक प्राकृतिक जलवायु घटना है जो प्रशांत महासागर में होती है। इस दौरान भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर का सतही जल सामान्य से ठंडा हो जाता है। साथ ही, व्यापारिक हवाएं तेज हो जाती हैं और गर्म पानी को महासागर के पश्चिमी भाग यानी एशिया और ऑस्ट्रेलिया की ओर धकेलती हैं। इसके कारण मौसम के पैटर्न में बड़ा बदलाव देखने को मिलता है। भारत जैसे देशों में इसका प्रभाव ठंडी और बारिश भरे मौसम के रूप में पड़ता है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले 20 दिनों के भीतर कोहरे की शुरुआत भी हो सकती है। मैदानी इलाकों में घना कोहरा छा सकता है, जिससे दृश्यता प्रभावित होगी और यातायात पर असर पड़ेगा। वहीं, पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का सिलसिला पहले से शुरू होने की संभावना है। कुल मिलाकर, इस बार ठंड का मौसम सामान्य से ज्यादा और लंबा रहने वाला है। लोगों को ठंड और कोहरे दोनों के लिए पहले से तैयारी करने की सलाह दी जा रही है।
Published on:
13 Nov 2025 07:53 pm

