
दिल्ली में हुए बम धमाके के मामले में गिरफ्तार डॉ. शाहीन एमएलएन मेडिकल कॉलेज के फार्माकोलॉजी विभाग में अपने बैच की इकलौती छात्रा थीं। कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह के अनुसार, फार्माकोलॉजी में एमडी की दो सीटें होती हैं, लेकिन 2002 बैच में शाहीन के अलावा किसी और ने प्रवेश नहीं लिया था।
एमबीबीएस के दौरान शाहीन के साथ पढ़े छात्रों का कहना है कि वह हमेशा बिल्कुल सामान्य छात्रा की तरह व्यवहार करती थीं। उन्होंने कभी हिजाब नहीं पहना, और आमतौर पर साधारण सलवार-कुर्ते में ही रहती थीं। पढ़ाई में वह एक टॉपर और मेधावी छात्रा मानी जाती थीं।
कुछ वरिष्ठ डॉक्टरों का कहना है कि एमबीबीएस पूरा करने के बाद जब वह अपने घर गईं और बाद में एमडी करने वापस लौटीं, तो उनके व्यवहार में बदलाव दिखने लगे। वह पहले की तुलना में बहुत शांत और सब से कटकर रहने लगी थीं। दिल्ली धमाके के मामले में गिरफ्तार डॉ. शाहीन सईद के बारे में जानकारी जुटाने के लिए खुफिया एजेंसी गुरुवार को एक बार फिर एमएलएन मेडिकल कॉलेज पहुँची। जांच में पता चला कि कॉलेज के समय में उनके दो–तीन बेहद करीबी दोस्त थे, जिनसे वह अपनी बातें साझा करती थीं। इनमें हॉस्टल में रहने वाली उनकी कुछ सहेलियां भी शामिल थीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जब एजेंसी ने उनके एक पुराने दोस्त से संपर्क किया, तो वह यह सुनकर हैरान रह गया। उसने बताया कि पिछले लगभग 15 सालों से उसका डॉ. शाहीन से कोई संपर्क नहीं है। उसने यह भी बताया कि कॉलेज में शाहीन एक और दोस्त के काफी करीब थीं, और उनसे ज्यादा बातचीत करती थीं।
बुधवार को डॉ. शाहीन की कॉलेज के सहपाठियों के साथ पुरानी तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। बताया जा रहा है कि तस्वीर में दिख रहे सभी लोग उनके करीबी दोस्त थे
Updated on:
14 Nov 2025 08:17 pm
Published on:
14 Nov 2025 08:16 pm

