Vice President Election Cross Voting: उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी सांसदों के क्रॉस वोटिंग मामले में सियासत गरमा गई है। मंगलवार को उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर हुए मतदान में 788 में से 767 सांसदों ने वोट डाला। NDA उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को 452 वोट मिले और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले। चुनाव में कम से कम 14 विपक्षी सांसदों के NDA के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की, जबकि 15 सांसदों के वोट अमान्य करार कर दिए गए। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने तंज कसते हुए कहा था कि इंडिया गठबंधन के कुछ सांसदों ने अंतरात्मा की आवाज सुनकर NDA के पक्ष में वोटिंग की।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और TMC सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मुझे पता चला कि भाजपा ने विपक्ष के हर सांसद को खरीदने के लिए 15-20 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। टीएमसी सांसद ने कहा कि जन प्रतिनिधि के रूप में चुने गए लोग अपने क्षेत्र की जनता का विश्वास और भावनाएं बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों को खरीदा जा सकता है, लेकिन लोगों को नहीं।
उन्होंने आगे कहा कि मैं बता सकता हूं कि उपचुनाव के दौरान TMC के सभी 41 सांसद मौजूद थे। उन्होंने इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को वोट दिया।
कांग्रेस नेता मनोज तिवारी ने कहा कि अगर चुनाव में क्रॉस वोटिंग हुई है तो इंडिया गठबंधन के हर दल को गंभीरता से जांच करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है। अगर इसमें जरा सी सच्चाई है तो व्यवस्थित और निष्पक्ष जांच जरूरी है।
क्रॉस वोटिंग पर राजद नेता व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का भी बयान आया है। तेजस्वी ने कहा कि हमारी ओर से कोई क्रॉस वोटिंग नहीं हुई। राष्ट्रीय जनता दल के सभी 9 सांसदों ने इंडिया गठबंधन को वोट दिया। जो हुआ या नहीं, उसे संसद में नेता देखेंगे।
NCP (SP) सांसद सुप्रिया सुले ने किरेन रिजिजू के तंज पर प्रतिक्रिया दी। सुले ने कहा कि मतदान गुप्त था, फिर भाजपा को कैसे पता चला कि किसने वोट दिया।
शिवसेना (UBT) सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि जिन सांसदों ने वोट अमान्य किए, क्या वे पढ़े-लिखे हैं या मूर्ख हैं? क्या उन्होंने अपनी अंतरात्मा से वोट दिया या उनके वोट खरीदे गए? भाजपा ने विश्वासघात के बीज बोए हैं। सभी एजेंसियां भाजपा की गुलाम हैं। उन्होंने एजेंसियों के दम पर ब्लैकमेल किया।
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए आप सांसद संदीप पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी पर क्रॉस वोटिंग का आरोप लगाना बेवकूफी है। पाठक ने कहा कि हमारे सभी सांसद एकजुट थे और उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार को वोट दिया। सिवाए एक स्वाति मालीवार के। उनके बारे में सभी जानते हैं।
दरअसल, उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले तक NDA के पास 427 सांसद थे। आंध्र प्रदेश के सीएम और वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने NDA को समर्थन देने का ऐलान किया था। लिहाजा YSRCP के 11 सांसदों ने राधाकृष्णन को समर्थन दिया था। इन्हें जोड़कर 438 वोट ही बनते हैं, लेकिन राधाकृष्णन को 14 ज्यादा यानी 452 वोट मिले हैं।
Published on:
11 Sept 2025 01:10 pm