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Sudden Death News : पीठ दर्द के लिए मांगी छुट्टी, 10 मिनट में अचानक हुई मौत, जानिए Cardiac Arrest से बचने के उपाय

Sudden Death News In India: एक कर्मचारी ने पीठ दर्द के लिए छुट्टी मांगी और 10 मिनट बाद मरने की खबर आ गई। आइए, जानते हैं कि अचानक हो रहे मौत का कारण Cardiac Arrest से बचने के क्या उपाय हो सकते हैं?

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Sudden Death News : प्रतीकात्म फोटो | डिजाइन- पत्रिका

Sudden Death News : अचानक हो रही मौत की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। एक खबर सामने आ रही है कि एक 40 वर्ष के शख्स ने अपने बॉस से पीठ दर्द होने पर छुट्टी मांगी और उसके 10 मिनट बाद खबर आ रही है कि वो कर्मचारी नहीं रहा। इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर बॉस ने शेयर भी की। जिस पर यूजर्स इस तरह की घटना को लेकर भयभीत दिख रहे हैं। चलिए, ये जान लेतें है कि अगर हमारे आसपास इस तरह की घटना हो तो तुरंत क्या करना चाहिए और एक्सपर्ट से अचानक हो रही मौतों का कारण भी समझते हैं।

10 मिनट में अचानक कैसे हुई मौत?

केवी अय्यर नामक शख्स ने 13 सितंबर को अपने X अकाउंट पर ये जानकारी शेयर की है। वो लिखते हैं कि अक्सर कर्मचारी बीमार होने पर छुट्टी मांगते हैं। वैसे ही एक कर्मचारी ने पीठ दर्द होने पर छुट्टी मांगी और मैंने ओके के साथ टेक केयर लिख दिया। करीब 10 मिनट बाद खबर आई कि वो दुनिया में नहीं रहा। इस घटना ने मुझे पूरी तरह झकझोर दिया।

आप इस घटना को यहां पर पढ़ सकते हैं-

घटना वाली पोस्ट का स्क्रीनशॉट | फोटो- x/bancheneproduct

Expert : कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. गौरव सिंघल का कहना

अचानक हो रही मौतों को लेकर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. गौरव सिंघल कहते हैं कि ये कार्डियक अरेस्ट के कारण होता है। ये हार्ट अटैक नहीं है। अचानक किसी हेल्दी पर्सन का मरना कार्डियक अरेस्ट होने पर ही होता है। अधिकतर अचानक हो रही मौतों का कारण इसे मान सकते हैं। आंकड़े ये भी बताते हैं कि कार्डियक अरेस्ट में मरने के चांसेज 90 प्रतिशत तक रहते हैं जबकि, हार्ट अटैक में 10-20 प्रतिशत तक।

हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट का अतंर जानिए

Heart attack vs Cardiac Arrest | Photo- Patrika

CPR देकर बचाई जा सकती है जान

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की जानकारी के मुताबकि, कार्डियक अरेस्ट के मामले मेंं बचने के चांसेज कम होते हैं। इसके लिए त्वरित इलाज की जरूरत होती है। कार्डियक अरेस्ट आने पर अगर सही तरीके से सीपीआर दी जाए तो पीड़ित को बचाया जा सकता है या उसे तुरंत अस्पताल ले जाएं तो भी जान बच सकती है।

कार्डियक अरेस्ट आने पर क्या करें?

Cardiac arrest | फोटो- पत्रिका

अगर उपरोक्त बताए उपाय को समय पर अपनाया जाए तो कार्डियक अरेस्ट होने पर पीड़ित को बचाया जा सकता है। इसके लिए ये भी जरूरी है कि आम लोगों को सीपीआर देने को लेकर जागरूक किया जाए। अगर भारत की बात करें तो यहां पर सिर्फ 2 प्रतिशत से भी कम लोगों को सीपीआर देने का सही तरीका पता है।