
Bihar Election:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रथम चरण के मतदान से ठीक 24 घंटे पहले पटना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने की तैयारी में जुटी पुलिस ने पश्चिमी पटना क्षेत्र में व्यापक छापेमारी अभियान चलाया। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने आठ अवैध हथियार, 33 जिंदा कारतूस और 26 लाख रुपये नगद बरामद किए हैं। साथ ही इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का मानना है कि बरामद हथियार और नगद का उपयोग चुनाव प्रभावित करने और स्थानीय आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जा सकता था।
प्रथम चरण के मतदान 6 नवंबर को होने वाले हैं। इसके मद्देनज़र पटना पुलिस ने कुछ दिन पहले ही ऑपरेशन ‘जखीरा’ नामक विशेष अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान का उद्देश्य हथियारों की अवैध तस्करी, आपराधिक गिरोहों की गतिविधियों और चुनाव के दौरान होने वाली संभावित वारदातों को रोकना है। सिटी एसपी पश्चिम भानु प्रताप सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर दानापुर, बिहटा और रूपसपुर थाना क्षेत्रों में पुलिस टीमों ने देर रात छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से पांच लोगों को गिरफ्तार किया।
दानापुर से गिरफ्तार सिद्धार्थ कुमार नाम के आरोपी के बारे में पुलिस ने बताया कि वह हत्या की साजिश रचने में शामिल था। उसकी गिरफ्तारी गुप्त सूचना पर की गई। उसके पास से एक देसी कट्टा और एक कारतूस बरामद हुआ है। पुलिस का दावा है कि सिद्धार्थ का नाम पहले से कई आपराधिक मामलों में दर्ज है और वह स्थानीय अपराधियों के नेटवर्क से जुड़ा हुआ है।
इसी क्रम में पुलिस ने बिहटा से बृज कुमार, ललन मोहन राय, इंद्रजीत कुमार और रूपसपुर से मनोज रजक को दबोच लिया। इन चारों के पास से पुलिस ने देसी कट्टा, पिस्टल, राइफल, दुनाली बंदूक, 33 जिंदा कारतूस और 26 लाख रुपये कैश बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि इन हथियारों और नकदी का उपयोग वोटरों को धमकाने, खरीद-फरोख्त या स्थानीय स्तर पर दहशत फैलाने के लिए किया जा सकता था।
सिटी एसपी भानु प्रताप सिंह ने स्पष्ट किया कि पुलिस की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि हर मतदाता बिना डर और दबाव के अपना वोट डाल सके। इसके लिए संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार निगरानी, रूट मार्च, संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान और अवैध हथियारों पर कड़ी कार्रवाई लगातार जारी है। उन्होंने कहा, “हमारी कोशिश है कि कोई भी अपराधी या गिरोह चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित न कर सके। इसी लक्ष्य के तहत ऑपरेशन ‘जखीरा’ आगे भी जारी रहेगा।”
Updated on:
05 Nov 2025 03:47 pm
Published on:
05 Nov 2025 03:46 pm

